बुधवार की रात होगी बहुत अनोखी रात, अपना रूप बदलकर इस तरह दिखाई देगा चाँद
नई दिल्ली: प्रकृति की हर बात को समझना हर किसी के बस की बात नहीं है। प्रकृति कब क्या चमत्कार करेगी, इसके बारे में किसी को अंदाजा भी नहीं होता है। हालाँकि आज के वैज्ञानिक युग में प्रकृति की कुछ बातों का अंदाजा पहले ही लगाया जा रहा है। लेकिन कुछ चीजें या घटनाएँ ऐसी भी घटती हैं, जिनके पीछे के सच के बारे में विज्ञान भी नहीं बता पाता है। इस बात से हर व्यक्ति परिचित है कि भारत ही नहीं बल्कि पुरे विश्व में ग्रहों-नक्षत्रों खास माना जाता है।
भारत में ग्रहों-नक्षत्रों का ज्योतिषीय महत्व तो है ही साथ ही इनका सम्बन्ध धर्म के साथ भी है। ज्योतिष के अनुसार ग्रहों-नक्षत्रों का इंसान के जीवन पर असर पड़ता है। ज्योतिषशास्त्र और विज्ञानं दोनों के ही अनुसार ग्रहों की संख्या नौ है। सभी ग्रहों का राजा सूर्य को माना गया है। अगर सूर्य नहीं होता तो ना ही पृथ्वी पर जीवन संभव हो पाता और ना ही सभी नौ ग्रह इसी अवस्था में रह पाते। जिस तरह से सूर्य का होना हमारे सौरमंडल के लिए जरुरी है, ठीक वैसे ही चंद्रमा का होना भी, पृथ्वी के लिए जरुरी है।
हर साल आपको कई खगोलीय घटनाएँ देखने को मिलती हैं। इनमे से कुछ सूर्य से जुड़ी होती हैं तो कुछ चन्द्र से जुड़ी होती हैं। बीएम बिड़ला विज्ञान केंद्र के निदेशक बी. जी. सिद्धार्थ ने सोमवार को कहा कि बुधवार को चंद्रग्रहण होने वाला है। यह चंद्रग्रहण पुरे भारत में दिखाई देगा। आपको बता दें यह कोई साधारण चंद्रग्रहण नहीं है। इस चंद्रग्रहण में चंद्रमा लाल और भूरे रंग में दिखाई देगा। इसे ब्लड मून के नाम से भी जाना जाता है। केंद्र की एक विज्ञप्ति में इस बब्लड मून को सुपर मून भी कहा गया है।
इस घटना के बारे में विस्तार से बताते हुए सिद्धार्थ ने कहा कि चंद्रग्रहण के दौरान पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है। इसकी वजह से पृथ्वी की छाया चाँद पर पड़ने लगती है। पृथ्वी, चंद्रमा और सूर्य अगर तीनों रेखा पर आते हैं तो पूर्ण चंद्रग्रहण होता है। सिद्धार्थ के अनुसार जब पूर्ण चंद्रग्रहण के दौरान सूर्य की कुछ किरणें पृथ्वी के वायुमंडल के माध्यम से अपवर्तित होती है तो चन्द्रमा हल्की भूरी और लाल चमक ले लेता है। यही 31 जनवरी को देखने को मिलेगा। इसी वजह से कुछ लोग इसे ब्लड मून भी कहते हैं।
केंद्र की विज्ञप्ति के अनुसार यह चंद्रग्रहण ऐसा है, जिसे भारत के हर हिस्से में आसानी से देखा जा सकेगा। कई बार चंद्रग्रहण कुछ खास हिस्सों में ही दिखाई देता है। लेकिन इस बार ऐसा नहीं है। चंद्रग्रहण की शुरुआत बुधवार शाम 5 बजकर 20 मिनट पर हो जाएगी। मुख्य चंद्रग्रहण की शुरुआत सूर्यास्त के बाद लगभग 6 बजकर 20 मिनट पर होगा। इसके लगभग एक घंटे बाद 7 बजकर 25 मिनट पर चंद्रग्रहण धीरे-धीरे ख़त्म होने लगेगा। इस तरह की खगोलीय घटना वाकई में बहुत खास होती है। बुधवार के दिन इस घटना का दीदार जरुर करें।
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