इस देश में रिलीज नहीं होगी फिल्म पद्मावत, वजह जानकर चौंक जाएंगे आप
इतने विवादों के बाद आखिरकार संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावत’ 25 जनवरी को रिलीज हो गई है. जो भी यह फिल्म देखकर आ रहा है वह दीपिका, रणवीर और शाहिद के काम की वाहवाही कर रहा है. फिल्म ‘पद्मावत’ में खिलजी का रोल रणवीर सिंह ने निभाया है और शाहिद कपूर राजा रत्न सिंह रावल के किरदार में नज़र आये हैं. वहीं दीपिका पादुकोण महारानी पद्मावती की भूमिका निभा रही हैं. तीनों की मंझी हुई कलाकारी ने दर्शकों का दिल जीत लिया है. फिल्म में तीनों की अदाकारी देखने के बाद आप इन रोल्स में किसी और की कल्पना नहीं कर पाएंगे. बता दें कि फिल्म 3 दिनों में अब तक 50 करोड़ की कमाई कर चुकी है. वैसे तो फिल्म में सभी कलाकारों ने अच्छा अभिनय किया है लेकिन सबसे ज्यादा तारीफ जिसके काम की हो रही है वह हैं अलाउद्दीन खिलजी का किरदार निभाने वाले अभिनेता रणवीर सिंह की. हम सभी जानते हैं कि पद्मावत की रिलीज को लेकर कितना विवाद हुआ था. इतने दिन विवाद चलने के बाद आखिरकार 25 जनवरी को फिल्म रिलीज़ हो गई. हालांकि विवाद फिल्म रिलीज हिने के बाद भी नहीं थमा. लेकिन क्या आप जानते हैं एक देश ऐसा भी है जहां अभी भी पद्मावत की रिलीज को हरी झंडी नहीं मिली है. बता दें कि संजय लीला भंसाली द्वारा निर्देशित इस फिल्म को मलेशिया नेशनल फिल्म सेंसरशिप बोर्ड ने रिलीज करने से मना कर दिया है.
दरअसल, बोर्ड के चेयरमैन मोहम्मद जाम्बेरी अब्दुल अजीज़ के मुताबिक मलेशिया एक मुस्लिम देश है. मलेशिया में मुस्लिमों की संख्या ज्यादा है और ऐसे में फिल्म की कहानी अपने आप में चिंता का एक विषय है. उनका मानना है कि फिल्म की कहानी इस्लाम से जुड़े संवेदनशील मुद्दों को छूती है और ऐसे में यहां फिल्म रिलीज करना विवाद को जन्म दे सकता है. बता दें कि संजय लीला भंसाली की यह फिल्म 16वीं सदी के कवि मलिक मुहम्मद जायसी के ग्रन्थ ‘पद्मावती’ पर आधारित है. इस फिल्म को लेकर भारत में करणी सेना ने बहुत विरोध जताया था. हालांकि बोर्ड के द्वारा इस फिल्म को बैन करने के इस फैसले के खिलाफ अपील की जा सकती है. अक्सर मलेशिया में उन फिल्मों को बैन कर दिया जाता है जो दुनियाभर में कामयाबी के झंडे गाड़ रही होती हैं. उनके पास हर समय फिल्म बैन करने की अपनी एक अलग वजह रहती है.
बता दें कि पहले यह फिल्म 1 दिसंबर को रिलीज़ होने वाली थी. लेकिन फिल्म के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन को देखते हुए इसे न रिलीज करने का फैसला लिया गया. वहीं सेंसर बोर्ड की तरफ से भी फिल्म को कोई सर्टिफिकेट न मिलने के कारण इसे वापस भेज दिया गया था. विरोध प्रदर्शन के कारण ही सेंसर बोर्ड ने फिल्म को सर्टिफाई करने से मना कर दिया. लेकिन सूत्रों ने इस बात से इंकार करते हुए कहा कि फिल्म को सर्टिफिकेट न मिलने का कारण एप्लीकेशन का अधूरा होना है. खैर अब जो भी हो, इतने विवादों के बीच फिल्म रिलीज़ कर दी गई है और दर्शकों द्वारा यह फिल्म काफी पसंद भी की जा रही है. देखने वालों को तो यह समझ नहीं आ रहा कि आखिर फिल्म को लेकर इतना बवाल क्यों मचा है क्योंकि उनके हिसाब से इस फिल्म में ऐसा कुछ नहीं दिखाया गया है जो किसी बवाल का कारण बने.