सर्जिकल स्ट्राइक पर रूस ने दिया बड़ा बयान, सुनकर पाकिस्तान की हालत हुई ख़राब
अभी कुछ दिन पहले रूस ने पाकिस्तान के साथ मिलकर सैन्य अभ्यास किया था। पहले तो रूस ने पाकिस्तान के साथ सैन्य अभ्यास करने से मन कर दिया था। फिर कहा था कि यह बस एक सैन्य अभ्यास है, इसके अलावा यह कुछ और नहीं है। पूरा भारतीय महकमा परेशान था कि ऐसा क्या हो गया जो रूस भारत का कभी बहुत अच्छा मित्र हुआ करता था, वह पाकिस्तान के साथ क्यों सैन्य अभ्यास कर रहा है। ऐसा क्या हो गया कि भारत और रूस के रिश्तों में खटास आ गई है। कुछ लोग अटकलें भी लगा रहे थे हो न हो इसकी वजह भारत और अमेरिका के बीच बढ़ते रिश्ते ही हो सकते है। पाकिस्तान भी अपने आप पर खूब गर्व कर रहा था की वह रूस के साथ सैन्य अभ्यास कर रहा है जो रूस भारत के पक्ष में हमेशा रहा वह हमारे साथ हो गया है। मोदी और रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन बहुत अच्छे दोस्त हैं ऐसे में पुतिन का यह कदम सोचने पर लोगों को मजबूर कर रहा था। रूस ने पहले ही कह दिया था कि यह सैन्य अभ्यास POK में नहीं किया जायेगा।
रूस ने कहा था कि हम ऐसे किसी भी जगह पर यह सैन्य अभ्यास नहीं करेंगे जिससे भारत को परेशानी हो। रूस और पाकिस्तान के सैन्य अभ्यास के कुछ ही दिन बाद भारतीय सेना ने POK में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक कर दिया था और कई छुपे हुए आतंकियों को मर गिराया था। जो भारत पर हमले की तैयारी कर रहे थे। भारत के सर्जिकल स्ट्राइक का समर्थन पूरी दुनिया ने किया और इसे सही ठहराया था। चीन जबकि पाकिस्तान का दोस्त है उसने भी पाकिस्तान का खुलकर साथ नहीं दिया।
घटना के कुछ ही दिन बाद रूस ने भारत का जिस तरह से साथ दिया है यह पाकिस्तान को सोचने पर मजबूर कर रहा है। पाकिस्तान की समझ में नहीं आ रहा है की वह क्या करे। जिसपर वह इतना फूल रहा था, वह उसके साथ सिर्फ सैन्य अभ्यास के लिए ही आया था। जबकि पाकिस्तान ने क्या- क्या सोचा था, कि रूस अब भारत से दोस्ती ख़त्म करने की फ़िराक में है और पाकिस्तान का साथ देगा। रूस ने यह स्पष्ट कर दिया है कि पाकिस्तान के साथ किया गया सैन्य अभ्यास भारत के लिए ही फायदेमंद है। यह किस तरह से भारत के हिट में है अभी इस बात का पता नहीं चल पाया है। लेकिन एक बात तो है कि रूस के इस बयान से पाकिस्तान सकते में जरूर आ गया है।