इस तरह की महिलाएं होती हैं सबसे खतरनाक पत्नी, पति और ससुराल की जिंदगी कर देती हैं बर्बाद
शादी का सपना हर कोई देखता है. हर किसी को अपने इस खास दिन का इंतज़ार रहता है. शादी सबके जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है. हर कोई अपने जीवनसाथी के बारे में जानना चाहता है. वह जानना चाहता है कि उसका जीवनसाथी कैसा होगा, कहां होगा और उससे उसकी पहली मुलाकात कैसी होगी. शादी का नाम आते ही लोगों के मन में लड्डू फूटने लगते हैं. लेकिन ज़रा सोचिये उस वक्त कैसा लगता होगा जब शादी ही किसी व्यक्ति के लिए अभिशाप बन जाए. जब शादी ही किसी के करियर को धीरे-धीरे ले डूबे. कई लोगों के साथ ऐसा हुआ होगा. हर व्यक्ति चाहता है कि शादी के बाद उसकी बीवी उसका और उसके परिवार का ख्याल रखे. कहते हैं कि पुरुष की सफलता के पीछे कोई न कोई महिला अवश्य होती है. लेकिन शादी होते ही आप बुलंदियों के शिखर से नीचे आने लगे हैं या आपको सफलता नहीं मिल रही तो हो सकता है इन सब के पीछे आपकी पत्नी का हाथ हो. यदि आपकी पत्नी भी नीचे बताये गए काम करती है तो यकीनन आपकी असफलता के लिए आपकी पत्नी जिम्मेदार है.
क्या आपकी पत्नी का टूथब्रश काफी पुराना हो गया है और वह फिर भी उसका इस्तेमाल कर रही हैं? यदि हां, तो इसका मतलब आपकी असफलता की जिम्मेदार आपकी पत्नी हो सकती हैं. तुरंत उनके पुराने ब्रश को फेंककर उन्हें नया ब्रश लाकर दें.
महिलाओं को पार्लर जाने का शौक होता है और यह उनका जन्म सिद्ध अधिकार भी है. लेकिन यदि आपकी पत्नी बाकी महिलाओं की तुलना में ज्यादा पार्लर जाती हैं तो यह आपके पतन का कारण बन सकता है. इसके अलावा यदि वह मंगलवार के दिन बाल कटवाती हैं तो समझ लीजिये आपकी बर्बादी निकट है.
कुछ महिलाओं को रात को सोते समय सारे गहने उतार कर सोने की आदत होती है. कुछ महिलाएं तो सब कुछ धो कर सोती हैं. वह सिंदूर का भी ख्याल नहीं करतीं और उसे भी धो देती हैं. यदि आपकी पत्नी की भी यही आदत है तो यह आपके लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती है. ऐसा करना पति के लिए सारे सफलता के द्वार बंद कर देने के बराबर है. पति को दुर्घटना का शिकार भी होना पड़ सकता है.
किसी भी महिला को गुरुवार के दिन बाल धोने से बचना चाहिए. यदि आपकी पत्नी गुरुवार के दिन बाल धोती हैं तो उन्हें मना करें. यह आपकी असफलता का कारण हो सकता. गुरुवार के दिन बाल धोना पति के लिए खराब माना जाता है. इसके अलावा पत्नी की इन चीज़ों को भी पति की असफलता के लिए जिम्मेदार समझा जाता है-
- खाना खाने के बाद बर्तन में हाथ धोना (घर में मानसिक तनाव का कारण)
- मंगलवार, गुरुवार और शनिवार के दिन मांस खाना (घर में बीमारी का कारण)
- काले रंग का कपड़ा पहनना (आर्थिक तंगी का कारण)
- सिर पर हाथ रखकर बैठना (समाज में इज्जत न मिलना)
- बुजुर्गों के सामने घूंघट न करना (नौकरी में प्रमोशन न होना)
- पायल न पहनना (बेरोज़गारी का कारण)
- घर में पूजा-पाठ न करना (परिवार के विनाश का कारण)
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