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तीन तलाक पर ओवैसी ने दिया अब तक का सबसे बड़ा बयान, कहा ‘मुस्लिमों को जेल भेजने की साजिश’

हैदराबाद: बड़बोले और कट्टर बयान की छवि रखने वाले असदुद्दीन ओवैसी ने एक बार फिर केंद्र की मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया है। जी हां, असदुद्दीन ओवैसी ने इस बार तीन तलाक को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। बता दें कि ओवैसी ने कहा कि मोदी सरकार मुस्लिम समुदाय को दरकिनार करना चाहती है। आइये जानते हैं कि ओवैसी ने और क्या क्या कहा?

एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने तीन तलाक को लेकर केंद्र की मोदी सरकार को घेरते हुए कहा कि कानून सामाजिक समस्या को चाहकर भी नहीं खत्म कर सकता है, ऐसे में मोदी सरकार ने तीन तलाक पर कानून बनाकर मुस्लिमों को जेल भेजने की साजिश किया है।

हैदराबाद में एक जनसभा के दौरान ओवैसी ने कहा कि कानून लाने के बाद क्या तीन तलाक रुक जाएगा? इसके बाद ओवैसी ने समाज में फैली तमाम बुराईयों पर बात करते हुए कहा कि दहेज हत्या और महिलाओं के खिलाफ होने वाले अन्य अपराध तब भी नहीं रुकने का नाम ले रहे हैं, जब इन कुप्रथाओं के खिलाफ विशेष कानून बनाए गए हैं, तो ऐसे में कानून से तीन तलाक रूक जाएगा? इतना ही नहीं, ओवैसी ने आकड़ो के साथ कहा कि साल 2005 से 2015 के बीच भारत में 80, 000 से ज्यादा दहेज हत्याएं हुई हैं, इसके साथ ही दहेज के लिए हर रोजाना 22 महिलाओं को मारा जाता है, निर्भया जैसी घटनाएं होती, लेकिन कानून अभी तक इसे रोकने में नाकाम रहा है, कानून इसका जवाब नहीं है।

जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने आरोप लगाया कि तीन तलाक कानून अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ एक साजिश है, जिससे मुस्लिम महिलाओं को सड़क पर और पुरूषों को जेल में भेजने की एक चाल है। ओवैसी ने आगे कहा कि बीजेपी ने मुस्लिम नेताओं से पूछे बिना ही, इस तरह के कानून बना दिया, जोकि यही दर्शाता है कि बीजेपी मुस्लिम समुदाय को दरकिनार करना चाहती है। याद दिला दें कि मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक, 2017 लोक सभा द्वारा पारित हो गया है, लेकिन यह राज्य सभा से पास नहीं हो सका है। इस कानून के अनुसार फौरी तीन तलाक देने पर पुरूष को तीन साल की जेल हो सकती है। बहरहाल, अब देखना ये होगा कि आखिर ये कानून राज्यसभा से कब पारित हो पाएगा?

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