पीएम मोदी को नहीं है लोकसभा चुनाव की टेंशन, जानियें क्या है पूरा मांजरा
नई दिल्ली: आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर जहां एक तरफ बीजेपी ने कमर कसी है, तो वहीं दूसरी तरफ पीएम मोदी टेंशन फ्री नजर आते हैं। जी हां, पीएम मोदी को चुनाव को लेकर कोई टेंशन नहीं है, ये बात थोड़ी अजीब लग रही होगी, लेकिन हम आपको इसके पीछे की वजह से रूबरू कराते हैं।
एक साल बाद लोकसभा चुनाव है, ऐसे में जाहिर सी बात है कि पार्टियों ने तैयारी शूरू कर दी होगी। जी हां, सभी पार्टियां इस चुनाव में अपना दमखम दिखाने के लिए जोरों से तौयारियां कर रही हैं, ऐसे में बीजेपी का सबसे बड़ा चेहरा यानि पीएम मोदी, जिनके नाम से ही बीजेपी चुनाव जीत जाती हैं, उन्हें इस चुनाव की कोई टेंशन नहीं है, ये बात थोड़ी हजम नहीं होती है न?
दरअसल, हाल ही में पीएम मोदी ने एक बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि वो चुनाव के हिसाब किताब में समय बर्बाद नहीं करते, देश के सवा सौ करोड़ देशवासियों को जो करना है वो करेगी। फिर क्या पीएम मोदी के इस बयान के बाद से ही तरह तरह के कयास लगाये जा रहे हैं कि शायद पीएम मोदी अब बीजेपी को अपने नाम से नहीं बल्कि बीजेपी के काम से चुनाव लड़वाना चाहते हैं, हालांकि इसके पीछे की वजह ये भी हो सकती है कि विपक्ष द्वारा लगातार पीएम मोदी के चुनाव प्रचार करने पर आपत्ति जताई जाती है, तो शायद पीएम ने इसका जवाब दिया हो।
याद दिला दें कि 2014 के लोकसभा चुनाव का सबसे लोकप्रिय नारा था ‘अच्छे दिन आने वाले हैं, हालांकि जनता के अच्छे दिन आएं या नहीं, ये अभी भी बहस का मुद्दा है, लेकिन देश में जिस तरह से बीजेपी का बोलबाला है, उसे देखकर तो यही लगता है कि बीजेपी के अच्छे दिन जरूर आ चुके हैं। 2014 के बाद भी देश में मोदी लहर बरकरार है, और आने वाले चुनाव में विपक्ष के पास ऐसा कोई चेहरा नहीं है, जो बीजेपी को टक्कर दे सकें। ऐसे में राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी की जीत पूरी तरह से तय मानी जा रही है, और यही कारण है कि पीएम मोदी लोकसभा चुनाव की कोई टेंशन नहीं ले रहे हैं।