बकरी स्वयंबरः दिलवाले बकरियां कैसे ले जाएं..! जब अनोखी शादी में सरकार ने डाली अड़चन
टाइटल देखकर आपको भी लग रहा होगा की आखिर ये हैं क्या चीज, क्योंकि आपने अबतक राखी का स्वयंबर देखा होगा। सीता के स्वयंबर की बातें धार्मिक किताबों में पढ़ा होगा। लेकिन बकरियों का स्वयंबर कहा होता है, ये सुनकर आपके भी होश उड़ गए होंगे। लेकिन ये सच है। ये खबर भी सौ फीसद सच है, क्योंकि उत्तराखंड के टिहरी के पंतवाड़ी गांव में बकरियां सालों से यहां अपने जीवन साथियों को चुनती आ रही हैं। यहां बकरियों के शादी समारोह में आसपास के इलाके के सभी गांवों को न्योता भेजा जाता है। जिसके लिए अच्छी नस्ल और स्वस्थ बकरियों को इस स्वयंवर में शामिल होने का मौका मिलता है। कुछ बकरे जो बकरी बकरे के साथ कुछ देर तक बाड़े में पास-पास रहेगी उस बकरे के साथ उसकी शादी करवा दी जायेगी। जी हां ये सब होता है। लेकिन इसबार के स्वयंबर में कुछ राजनीतिक व्यवधान पड़ गया है। अगर आप इस व्यवधान को पद्मावत फिल्म की तरह देख रहे हैं तो आप गलत हैं क्योंकि ये व्यवधान सरकार के दो मंत्रियों की आपसी खींचतान से पड़ा है।
बकरियों की शादी.. भले ही ये बात सुनने में थोड़ी अटपटी लगे, लेकिन उत्तराखंड में ये सच में होने वाला है। मसूरी के पास धनोल्टी में बकायदा बकरी स्वयंवर का आयोजन रखा गया है, जो 23 से 24 फरवरी को धनोल्टी में हो रहा है। इसमें पूरे विधि विधान और रीति रिवाजों के साथ बकरियों का स्वयंवर होगा। लेकिन इस अनोखे आयोजन को लेकर सरकार के दो मंत्रियों के बीच तकरार पैदा हो गई है। सतपाल महाराज और रेखा आर्या आमने सामने हैं।
मंत्री सतपाल महाराज का कहना है मंत्रोच्चार के बीच बकरियों के शादी कराए जाएं, ये ठीक नहीं हैं। वहीं मंत्री रेखा आर्य का कहना है कि केंद्रीय कृषि एवं पशुपालन मंत्री को भी आयोजन में आमंत्रित करने का निर्णय लिया गया है, मगर सोमवार को उनसे बात नहीं हो पाई।
ये स्वयंबर आपके लिए नया हो सकता है, लेकिन इलाके के लोग हमेशा से ऐसे स्वयंबरों के साक्षी बनते आ रहे हैं। दरअसल ऐसा कोई पहली बार नहीं हो रहा है, यहां हमेशा एक तारीख तयकर ऐसे ही शादी कराई जाती है। बीते साल मार्च में जब बकरियों के हाथ पीले किए गए तो इसको देखने के लिए हजारों की संख्या में भीड़ उमड़ पड़ी। बकरियों के नाम प्रियंका, दीपिका और कैटरीना रखे गए थे। इसके साथ ही बकरों की बारात बंडासरी से पंतवाङी गांव तक निकाली गई थी और धनोल्टी विधानसभा के पंतवाङी में प्रियंका,दीपिका और कैटरीना ने अपना स्वयंवर रचाया था.. जिसके साक्षी हजारों लोग बने थे।
इन तीनों ने अपना वर जौनपुर के पंतवाडी में चुन लिया था। स्वयंवर में बकायादा वरमाला पहनाई गई थी। लोगों ने अपना आर्शीवाद भी दिया था। इन तीनों को लेने के लिए बाराती बने स्थानीय ग्रामीणों ने सांस्कृतिक नृत्य के साथ-साथ हिंदी गानों पर भी जमकर डांस भी किया था। जिसके बाद प्रियंका,दीपिका और कैटरीना को बकरे के साथ छोङा गया जिनको इन्होंने चुन लिया।
इलाके के लोग इस स्वयंवर को बड़े चाव से देखने आते हैं, लेकिन इसबार ये स्वयंबर सरकार की मंशा के अनुरूप न होने से दो मंत्रियों की सोच और समझ के बीच फंस गया है। जिसके बाद इलाके के लोग अपनी बकरियों के कुंवारे रहने का डर सता रहा है। क्योंकि प्रदेश सरकार की माने तो इस पूरे समारोह का उददेश्य क्षेत्र में बकरी व्यवसाय को बढावा देने का था।