राजपूतों के बाद मुस्लिम समुदाय भी उतरा पद्मावत के विरोध में, कहा नहीं होने देंगे नारी का अपमान
बाराबंकी: संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती के जैसे बुरे दिन दूर होने के नाम ही नहीं ले रहे हैं। इस फिल्म की शुरुआत से लेकर इसकी रिलीज तक कई विवाद देखने को मिले हैं। पहले फिल्म का नाम पद्मावती था लेकिन विवाद को बढ़ता हुआ देखकर निर्देशक संजय लीला भंसाली ने इसका नाम बदल कर पद्मावत रख दिया। आपको बता दें इस फिल्म से राजपूत समुदाय पूरी तरह खफा हैं। उनका आरोप है कि संजय लीला भंसाली इस फिल्म में तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश कर रहे हैं।
इसी चक्कर में फिल्म की शूटिंग के दौरान ही करणी सेना के लोगों ने भंसाली को थप्पड़ भी मार दिया था। फिल्म के सेट भी तोड़ दिए गए थे। इसके बाद भंसाली ने इस फिल्म की शूटिंग राजस्थान की जगह कहीं और शुरू की। आपको जानकर हैरानी होगी कि दीपिका और भंसाली को मारने के भी इनाम की चर्चा हो चुकी है। हालाँकि अब जब सुप्रीम कोर्ट ने इस फिल्म को पुरे देश में रिलीज करने की मंजूरी दे दी है, उसके बाद भी राजपूतों का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। राजस्थान, मध्यप्रदेश और गुजरात में फिल्म को लेकर खूब प्रदर्शन किये जा रहे हैं।
राजपूत और करणी सेना के लोग इस फिल्म का विरोध तो कर ही रहे थे अब इस फिल्म का विरोध मुस्लिम समुदाय भी करने लगा है। मुस्लिम समुदाय के लोग भी फिल्म के विरोध में सड़कों पर उतर गए हैं। मंगलवार को बाराबंकी में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भंसाली के पुतले फूंके और मुर्दाबाद के नारे लगाये। विरोध करने वाले लोगों का कहना है कि हम हिंदुस्तान की नारी का अपमान नहीं सह सकते हैं। पद्मावत का विरोध कर रहे रजा कासिम ने कहा, “फिल्म पद्मावत में सनातन धर्म की एक रानी के चरित्र पर सवाल उठाये गए हैं। इतिहास के साथ छेड़छाड़ किया गया है, जिसे कोई भारतीय बर्दाश्त नहीं कर सकता है।“
उन्होंने आगे कहा कि बाराबंकी के लोगों ने यह निर्णय लिया है कि कुछ भी हो जाये इस फिल्म को यहाँ नहीं चलने देंगे, भले इसके लिए हमारी जान ही क्यों ना चली जाए। राजपूत करणी सेना के प्रमुख लोकेन्द्र सिंह कलवी ने अपने साथियों के साथ मिलकर उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। इसके बाद कलवी ने कहा कि एनी राज्यों की तरह ही यूपी सरकार भी इस मामले को लेकर काफी चिंतित है। योगी आदित्यनाथ ने गंभीरता से हमारी बातें सुनी। उन्हें इस बात की जानकारी है कि यह मुद्दा कितना संवेदनशील है।
उन्होंने आगे कहा कि अगर भंसाली फिल्म दिखाना चाहते हैं तो इसके लिए तैयार हैं। 25 जनवरी को जनता ने कर्फ्यू लगाया है, हम भारत बंद नहीं चाहते हैं। सुप्रीम कोर्ट से मंजूरी मिलने के बाद पद्मावत को 25 जनवरी को पुरे देश में रिलीज करने की तयारी है। हालाँकि यह फिल्म पुरे देश में रिलीज हो पाती है या नहीं, यह तो कल ही पता चल पायेगा। बीजेपी के कुछ नेताओं ने भी इस फिल्म को लेकर कहा है कि इसमें इतिहास के साथ छेड़छाड़ की गयी है। फिल्म में रानी पद्मावती को घूमर डांस करते हुए दिखाया गया है, जबकि राजपूत राजघरानों में रानियाँ घूमर डांस नहीं करती हैं।