महिलाओं के पीरियड से जुड़ी हुई ये गलतफहमियाँ, जिसे आज भी लोग मानते हैं हकीकत
महिलाओं में पीरियड होना एक आम बात है। यह एक प्राकृतिक क्रिया है। आज इतनी तरक्की कर लेने के बाद भी समाज की सोच महिलाओं के पीरियड को लेकर वही पुरानी वाली है। जब पीरियड महिलाओं के पीरियड आने लगते हैं तो उन्हें अकेला छोड़ दिया जाता है। उन्हें अपवित्र समझकर कुछ दिनों के लिए उन्हें नकार दिया जाता है। यहाँ तक कि पीरियड आने पर उन्हें भगवान् की पूजा भी नहीं करने दी जाती है। ऐसा लगता है जैसे उसे पीरियड नहीं आ रहे हो, उसनें कोई बहुत बड़ा अपराध कर लिया हो।
महिलाओं की पीरियड की समस्या और इससे बचने के तरीकों को लेकर अक्षय कुमार की नयी फिल्म पैडमैन 9 फ़रवरी को रिलीज होने वाली है। इस फिल्म में महिलाओं के पीरियड को लेकर कई बातें की गयी हैं। प्राचीनकाल से ही पीरियड को लेकर कई तरह के मिथक हमारे समाज में फैले हुए हैं, जो आज तक चले आ रहे हैं। इन बातों की सही जानकारी होना लोगों को बहुत जरुरी है। महिलाओं के लिए हर महीने पीरियड आना जरुरी होता है। अगर यह सही समय पर ना हो तो महिलाओं को कई स्वास्थ्य सम्बन्धी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आज हम आपको पीरियड से जुड़े मिथकों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे आज भी ज्यादातर लोग सच मानते हैं।
पीरियड को लेकर समाज में फैला मिथक:
जब भी महिलाओं को पीरियड आता है वह अशुद्ध हो जाती हैं। जबकि ऐसा कुछ नहीं होता है। महिलाओं को पीरियड आना एक प्राकृतिक क्रिया है। पीरियड के समय अनफर्टिलाइज्ड एग्स बॉडी से बहार निकल जाते हैं। इसलिए यह लोगों का भ्रम है कि इस दौरान महिलाएं अशुद्ध हो जाती हैं।
ज्यादातर लोग इस बात को सच मानते हैं कि जब महिलाओं को पीरियड आता है तो वह उस दौरान प्रेग्नेंट नहीं हो सकती हैं। जबकि ऐसा कुछ भी नहीं है। अगर आप सावधानी नहीं बरतेंगे तो पीरियड के दौरान भी प्रेग्नेंट हो सकती हैं।
अक्सर लोग इस बारे में बात करते हैं कि अगर महिलाओं का पीरियड मिस हो गया तो इसका मतलब महिला प्रेग्नेंट हो गयी है। जबकि यह जरुरी नहीं है कि पीरियड मिस होने का मतलब महिला प्रेग्नेंट ही हो। पीरियड मिस होने की कई अन्य वजहें भी हो सकती हैं। स्ट्रेस, ख़राब डाईट और हार्मोनल चेंज की वजह से भी कई बार पीरियड मिस हो जाते हैं।
आज हम कितनी तरक्की कर चुके हैं, इसके बाद भी आज लोगों का यही मानना है कि जब भी महिलाओं को पीरियड आये तो उन्हें मंदिर और किचन में पाँव नहीं रखना चाहिए। जबकि पीरियड का सम्बन्ध अशुद्धता से बिलकुल भी नहीं है। इस लिए पीरियड के दौरान भी बिंदास होकर मंदिर और किचन में जाएँ।
लोगों में यह भी ग़लतफ़हमी है कि जब भी महिलाओं को पीरियड आये तो उन्हें गर्म पानी से नहीं नहाना चाहिए। जबकि यह बिलकुल गलत है। आप बड़े आराम से पीरियड के समय भी गर्म पानी से नहा सकती हैं। इससे बल्कि आपको फायदा ही होगा। मसल्स रिलैक्स होगी और बॉडी की ऐठन और दर्द से रहत मिलेगी।
लोगों में यह भी एक ग़लतफ़हमी है कि जब महिलाओं को पीरियड आये तो उन्हें एक्सरसाइज नहीं करना चाहिए। जबकि एक्सरसाइज करने से बॉडी को और ज्यादा मात्रा में ऑक्सीजन मिलता है। इससे मसल्स की ऐठन कम होती है और दर्द से रहत मिलती है।