बड़ी खबर: करणी सेना ने मानी भंसाली की बात, पद्मावत के लिए करेगी ये काम
कई महीनो से चले रहे ‘पद्मावत’ विवाद में अब नया मोड़ आ गया है और फिल्म का हर सम्भव विरोध कर रही करणी सेना ने आखिरकार संजय लीला भंसाली की तरफ से ‘पद्मावत’ फिल्म देखने का न्यौता स्वीकार कर लिया है। जी हां, ये घोषणा करणी सेना के संगठन प्रमुख लोकेंद्र सिंह कालवी ने सोमवार यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ योगी से मुलाकात करने के बाद की है।
हालांकि ये मुलाकात करणी सेना ने उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी से फिल्म को बैन करने का समर्थन करने के लिए की है। इसी मुलाकात के बाद करणी सेना प्रमुख की तरफ से पद्मावत फिल्म को देखने की बात कही गई है। करणी सेना के संगठन प्रमुख लोकेंद्र सिंह कालवी का कहना है कि करणी सेना ‘पद्मावत’ को रिलीज से पहले देखने को तैयार है लेकिन साथ ही उन्होनें ये भी साफ कर दिया है कि अगर उनके बिना सहमति के फिल्म रिलीज हुई तो करणी सेना ना तो फिल्म खुद देखेगी और ना ही किसी को देखने देगी।
साथ ही लोकेंद्र सिंह कालवी ने कालवी ने मीडिया से बातचीत में पद्मावत दिखाने के लिए भंसाली के पत्र पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। कालवी ने कहा कि , ‘संजय लीला भंसाली की तरफ से पद्मावत दिखाने के लिए पत्र तो आया है, पर वो सिर्फ एक धोखा है, उन्होने फिल्म देखने के लिए बुलाया है, पर तारीख नहीं बताई है। मैं फिल्म देखने के लिए भी तैयार हूं, मैं चाहता हूं कि मीडिया भी साथ चले.. पर संजय लीला भंसाली से ये अपील है कि वह इस बात को मजाक न बनाएं।करणी सेना के संगठन प्रमुख कालवी का कहना है कि संजय लीला भंसाली 5 साल बाद, 10 साल बाद या 15 फिर साल बाद, जब भी चाहें फिल्म दिखाना चाहें, वो देखने को तैयार हैं। पर ये सब रिलिज से पहले होना चाहिए ।
सीएम योगी से मुलाकात के बारे में बताते हुए कालवी ने कहा, ‘पद्मावत को लेकर दूसरे राज्यों की तरह उत्तर प्रदेश भी चिंतित है.. पद्मावती के विरोध में योगी आदित्ययनाथ ने सबसे पहले आवाज उठाई थी। अब यह सीएम आदिय्यनाथ योगी ही बताएंगे कि वो इस फिल्म को लेकर क्या कदम उठाएंगे.. हमारा काम अपील करना था.. अब हम पद्मावती नहीं पद्मावत के विरोध में खड़े हैं और इसे रोकने के लिए अंतिम हथौड़ा चलना चाहिए।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट से हरी झंडी मिलने के बाद फिल्म ‘पद्मावत’ देश भर में 25 जनवरी को रिलीज की जा रही है। हालंकि इसके बावजूद पद्मावत को लेकर विरोध कम नही हुआ है.. देश के कई राज्यों में करणी सेना का हिंसक प्रदर्शन जारी है। सोमवार को पद्मावत को लेकर एमपी, राजस्थान, हरियाणा, गुजरात और यूपी में हुए प्रदर्शन से हालात और कानून व्यवस्था गंभीर हो गए हैं। करणी सेना के साथ ही कई और संगठन भी फिल्म प्रदर्शन का पूरजोर विरोध कर रही हैं।
विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने भी पद्मावत को प्रदर्शित नहीं होने देने की चेतावनी दे डाली है। तोगड़िया ने ऐलान किया है कि वीएचपी पद्मावत के खिलाफ सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करेगी। साथ ही प्रवीण तोगड़िया ने इस फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने के लिए केंद्र सरकार से जल्लीकट्टू की तर्ज पर अध्यादेश लाने की मांग की है।
वहीं राजस्थान में करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना का कहना है कि वो पद्मावत फिल्म किसी भी हाल में रिलीज नहीं होने दी जाएगी.. इसमें इतिहास को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है। गौतरतलब है कि वहीं इस फिल्म को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने मध्यप्रदेश और राजस्थान के सरकारों की याचिका पर सुनवाई के लिए अगली तारीख 23 जनवरी मुकर्रर की है।