ज्ञानी और बुद्धिमान बनने के लिए माँ सरस्वती को भोग लगायें ये चीजें, जल्द होगी मनोकामना पूरी
हमारे समाज में सदियों से ज्ञानी और बुद्धिमान लोगों का सम्मान किया जाता रहा है। जो सबसे ज्यादा ज्ञानी रहा है, उसकी हर बात मानी जाती रही है। हमारे समाज में अब तक कई ऐसे ज्ञानी लोग हुए हैं, जिन्हें आज भी लोग उनकी बुद्धिमता की वजह से जानते हैं। यह सही बात है कि दिमाग तो हर व्यक्ति के पास होता है, लेकिन हर कोई बुद्धिमान नहीं होता है। जो मेहनत करता है, वही सबसे ज्यादा बुद्धिमान और ज्ञानी बनता है।
आज भी हमारे बीच कई बुद्धिमान और ज्ञानी लोग हैं, जिन्होंने अपने काम की बदौलत पूरी दुनिया में साबित किया है कि उनकी बुद्धिमत्ता के आगे कोई नहीं है। हर माँ-बाप यह चाहता है कि उसकी संतान बहुत ज्यादा बुद्धिमान और ज्ञानी हो। बुद्धिमान और ज्ञानी बनना इतना आसान नहीं है। सिर्फ चाहने भर से कोई बुद्धिमान नहीं बन सकता है। लोग अपनी बुद्धि बढ़ाने के लिए तरह-तरह के उपाय करते हैं, लेकिन कई बार उसका कोई फायदा नहीं होता है।
हिन्दू धर्म में माता सरस्वती को ज्ञान की देवी के रूप में पूजा जाता है। वसन्त पंचमी के दिन माता सरस्वती जा जन्मदिन मनाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि जो भी व्यक्ति इस दिन माता की पूजा-अर्चना सच्चे मन से करता है, उसके ऊपर माता की विशेष कृपा होती है। माता सरस्वती की सच्चे मन से आराधना करने वाला व्यक्ति बहुत बुद्धिमान और ज्ञानी हो जाता है।
माता सरस्वती के अपने बुद्धि से देवताओं को कुम्भकर्ण से किस तरह बचाया था, उसका जिक्र वाल्मीकि रामायण के उत्तरकाण्ड में मिलता है। ऐसा कहा जाता है कि देवी का वरदान पानें के लिए कुम्भकर्ण ने 10 हजार सालों तक गोवर्ण में कठिन तपस्या की। उसकी तपस्या से प्रसन्न होकर ब्रह्मा जी उसको वर देने जा ही रहे थे कि सभी देवों ने कहा कि राक्षस तो यह पहले से ही है और अपने काम से उत्पात मचाये हुए है। अगर इसे वरदान मिल गया तो यह और उत्पात मचाएगा। इसके बाद ब्रह्मा जी ने सरस्वती का स्मरण किया।
माता सरस्वती ने अपना करतब दिखाया और कुम्भकर्ण की जीभ पर सवार हो गयी। माता सरस्वती के प्रभाव से कुम्भकर्ण ने ब्रह्मा जी से कई सालों तक सोने का वरदान मांग लिया। इसके बाद से ही कुम्भकर्ण कई महीनों तक सोता ही रहा। जो भी व्यक्ति वसंत पंचमी के दिन देवी सरस्वती की आराधना करता है, उसे ज्ञान, तेज बुद्धि और अच्छी याददाश्त मिलती है। ज्ञान की देवी सरस्वती को यह चीजें बहुत प्रिय हैं, इनका भोग अवश्य लगाना चाहिए।
देवी सरस्वती को भोग लगायें इन चीजों से:
*- गेंदे, सरसों, पीले और सफ़ेद रंग के फूल माता सरस्वती को चढ़ाएं।
*- माता सरस्वती को बेसन के लड्डू, बर्फी, बूंदी के लड्डू या सिर्फ बूंदी का भी भोग लगा सकते हैं।
*- वसंत पंचमी के दिन पीले रंग के वस्त्र पहने और किसी चीज का दान करें।
*- वसंत पंचमी के दिन ज्ञान से जुड़ी चीजें जैसे कलम कॉपी का दान करना शुभ माना जाता है।
*- पीले चन्दन या केसर से तिलक करें इससे ज्ञान और धन में वृद्धि होती है।