चुनावी मझदार में दिल्ली, संभावित उपचुनाव की रणनीति में जुटी बीजेपी-कांग्रेस
नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी विधायकों की टेंशन में जुटी हुई है तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी और कांग्रेस मौके पर चौका मारने की तैयारियों में जुट गई हैं। जी हां, आप विधायकों के अयोग्य करार देने की सिफारिश से भले ही आप पार्टी को नुकसान होगा, लेकिन बीजेपी कांग्रेस के लिए ये घड़ी किसी खुशखबरी से कम नहीं है। बता दें आप पार्टी के पास किसी भी वक्त विधायकों की सदस्यता को खत्म करने का पत्र पहुंच सकता है। ऐसे में उपचुनाव की तैयारी में विपक्षीय पार्टियां जुट चुकी हैं।
बता दें कि शुक्रवार से ही दिल्ली की सियासत में एक बड़ा भूचाल आया हुआ, अब यह भूचाल किस मोड़ पर जाकर खत्म होगा, ये अभी कहना गलत होगा। चुनाव आयोग द्वारा आप पार्टी के 20 विधायकों की सदस्यता को अयोग्य करार दने की सिफारिश से दिल्ली में उपचुनाव के आसार बढ़ चुके हैं। वक्त की नजाक़त को समझते हुए कांग्रेस पार्टी में जमकर बैठक भी हो रही है, क्योंकि कांग्रेस दिल्ली की सत्ता में थोड़ी पकड़ने बनाने का सपना देख रही है। यही कारण है कि अजय माकन की अगुवाई में दिल्ली में बैठक भी हुई।
वहीं, दूसरी तरफ अगर बीजेपी की बात की जाए तो दिल्ली के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने शुक्रवार को ही कह दिया था कि हम चुनाव के लिए तैयार हैं। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि विपक्षीय पार्टियां मौके का फायदा उठाने के लिए पूरी तरह से तैयार हो चुकी हैं। बीजेपी और कांग्रेस में उपचुनाव को लेकर हलचलें मची हुई है।
आम आदमी पार्टी भी उपचुनाव को लेकर तैयार दिख रही है। यही कारण है कि दिल्ली के शिक्षामंत्री ने प्रेस कांन्फ्रेस में कहा कि हम उपचुनाव के लिए तैयार है, क्योंकि हमारा फैसला जनता करती है तो ऐसे में हमें किसी बात का कोई डर नहीं है। मतलब साफ है कि दिल्ली में संभावति उपचुनाव की तैयारी जोरों से चल रही है।