लड़की की तस्वीर ने मचाई ऐसी सनसनी, दुनिया की सबसे ताकतवर ऑर्गनाइजेशन ने बना दिया कैलेंडर गर्ल
सोशल मीडिया आज के समय में संचार की सबसे बड़ी ताकत के रूप में उभरी है.. ये वो प्लेटफार्म है जहां किसी भी खबर या तस्वीर को वायरल होने में देर नहीं लगती है और ऐसे में जहां इसके कई सारे नुकसान देखने को मिल रहे हैं तो वहीं बहुत सारे सकारात्मक नतीजे भी सामने रहे हैं । ऐसे ही एक साधारण सी लड़की की तस्वीर इन दिनों सोशल मीडिया पर तहलका मचाए हुए है .. यहां तक की सोशल मीडिया की इस सनसनी से दुनिया की सबसे ताकतवर ऑर्गनाइजेशन भी अछूती नहीं रही और उसने लड़की को अपना कैलेंडर गर्ल भी बना दिया है। असल में वायरल हो रही इस लड़की के तस्वीर के पीछे एक प्रेरणादायी कहानी है जिससे प्रभावित होकर वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन यानी डब्ल्यूएचओ ने इस लड़की को अपना कैलेंडर गर्ल चुना है। चलिए जानते हैं इस वायरल तस्वीर और लड़की के बारे में ..
असल में ये तस्वीर हिमाचल की रहने वाली लड़की गीता वर्मा की है, गीता एक स्वास्थ्य कार्यकर्ता हैं और हिमांचल के घाटियों में बसे गावों और कस्बों में अपनी स्वास्थ्य सेवाएं देती हैं। पर जैसा कि आप जानते हैं कि पहाड़ी इलाके और रास्तें कितने दुर्गम होते हैं और ऐसे कठीन और दुर्गम इलाकों में गीता मोटर साइकिल से जाती हैं .. बीते दिनों में गीता और उनके साथ तीन लड़कियों ने हिमाचल की सराज घाटी के कठिन इलाकों में जाकर अनुसूचित जनजातियों के बच्चों को खसरा और रूबेला के टीके लगाए। ऐसे में जब गीता की मोटर साइकिल पर बैठे एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो विश्व स्वास्थ्य संगठन को गीता के बारे में पता चला।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस वायरल तस्वीर का संज्ञान लिया और गीता के कार्य को देखते हुए उनके लगन और जज्बे को पुरुस्कृत करने की सोची । ऐसे में डब्ल्यूएचओ ने गीता को सम्मानित करने के लिए उन्हें अपनी संस्था के लिए 2018 में कैलेंडर गर्ल के रूप में चुन लिया।
इस तरह हिमाचल की गीता दुनिया की सबसे ताकतवर ऑर्गनाइजेशन डब्ल्यूएचओ की कैलंडर गर्ल बन गई । इसके बाद तो सोशल मीडिया पर इनके चर्चे और भी होने लगें हैं। लोग गीता के काम और साहस को सलाम कर रहे हैं। क्योंकि जिन पहाड़ी इलाकों पर सामान्य जीवन जीना भी दूभर हैं वहां गीता गरीब परिवारों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्द्ध करा रही हैं।
दरअसल गीता अपने नौकरी के अलावा भी स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं के लिए समर्पित हैं और इसके लिए कई सारे अभियान भी चलाती रहती हैं। हाल ही में उन्होने दूरस्थ गांवों में भी बच्चों को टीकाकरण करने के लिए अभियान चलाया था। ऐसे में गीता का काम वास्तव में काबिले तारीफ है। क्योंकि अधिकांश लोग अपनी काम को सिर्फ नौकरी के ध्येय से करते हैं जबकि गीता अपने कार्य को सेवा भाव से अंजाम देती है।
गीता को ये सम्मान मिलने पर हिमाचल प्रेदश के सीएम जयराम ठाकुर ने उन्हें शुभकामनाएं देते हुए कहा है कि राज्य के लिए ये बेहद गर्व की बात है कि महिला स्वास्थ्य कर्मचारी को डब्ल्यूएचओ कैलेंडर में शामिल किया है… साथ ही जयराम ठाकुर ने गीता की तरह ही दूसरे कर्मचारियों को अपने कर्तव्य निर्वाह की सलाह दी है।