इन आदतों से बढ़ सकता हैं पीरियड्स का दर्द, जानें कैसे करें बचाव
सामान्यतया पीरिएड्स के दौरान महिलाओं को पीड़ा और दर्द से गुजरना ही पड़ता है .. किसी के साथ ये परेशानी कम होती है तो किसी के साथ अधिक समस्याएं होती हैं पर इसके अलावा भी कई बार कुछ आदतों के कारण पीरिएड का दर्द और भी बढ़ जाता है । दरअसल पीरिएड्स के दिनों में अक्सर महिलाएं जाने अंजाने में कुछ ऐसी कर बैठती ही है जिससे शरीर में हार्मोन्स का संतुलन और बिगड़ जाता है और इसी वजह से दर्द और पीड़ा भी बढ़ जाती है। ऐसे में असहनीय पीड़ा के कारण वे ना तो वे कोई काम कर पाती हैं और ना ही कहीं आ जा पाती हैं। आज हम आपको इन्ही आदतों के बारे में सचेत करने जा रहे हैं ताकि आप इसमें सुधार लाकर इससे बचाव कर सकें।
असल में शरीर में हार्मोन्स का संतुलन बनाए रखने के लिए बेहद जरूरी है कि पर्याप्त नींद ली जाए। लेकिन अगर आप अपनी नींद पूरी नहीं करती हैं तो इससे हार्मोन्स का संतुलन बिगड़ता है जिससे पीरियड के दौरान आपको और दर्द और पीड़ा का सामना करना पड़ता है ।
पीरिएड्स के दर्द से राहत पाने के लिए अक्सर लोग गर्म पानी, चाय, कॉफी आदि पीने की सलाह देते हैं। पर वास्तव में अधिक मात्रा में कॉफी का सेवन भी पीरियड्स के दर्द को बढ़ा सकता है। दरअसल कॉफी में जो कैफीन होता है वो दर्द बढ़ाने का काम करता है। इसके अलावा अधिक कॉफी पीने से बार-बार पेशाब लगने की समस्या भी उत्पन्न होती है जिससे रक्तवाहिनियां संकरी हो जाती हैं और फिर दर्द बढ़ जाता है।
सेहत के लिए तो सिगरेट और शराब का सेवन वैसे ही हानिकारक होता है.. वहीं पीरियड के दौरान इनका सेवन और भी ज्यादा नुसानदायक साबित होता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि सिगरेट पीने वाली महिलाओं को पीरियड्स के दौरान अधिक पीड़ा का सामना करना पड़ता है।
आमतौर पर पीरिएड्स में आराम करने की सलाह दी जाती है जो एक तरह से उचित भी है पर इसेक साथ ही पीरिएड्स के दौरान शारीरिक गतिविधि भी बनी रहनी चाहिए। जबकि अधिकांश महिलाएं पीरियड्स के दिनों में बिस्तर पर पड़ी रहती हैं। ऐसे में उनका दर्द लंबे समय तक बना रहता है। इसलिए शरीर में रक्त संचार को बेहतर बनाए रखने के लिए व्यायाम करना भी बेहद जरूरी है। इससे पीरियड्स के दर्द और दूसरी समस्याओं में आराम मिलता है।
पीरिएड्स के दिनों में अधिक मीठी और नमकीन चीजों के सेवन से भी अधिक दर्द की समस्या होती है। दरअसल मीठा यानी शुगर आपके शरीर में सूजन बढ़ाने का काम करता है.. वहीं नमक वॉटर रिटेंशन की वजह बनता है और इससे पीरियड्स के दौरान दर्द की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे में पीरिएड्स के दिनों में कोशिश होनी चाहिए कि जितना सम्भव हो शुगर और नमकीन से परहेज करें।
इन सारे बातों का ख्याल रखकर आप पीरिएड्स के दर्द से बचाव कर सकती हैं .. इसके साथ ही पीरिएड्स के दिनों में गर्म पानी से स्नान भी दर्द को कम रकने में मदद करता है। साथ ही पेट और कमर की सिंकाई और गुनगुने तेल से मालिश कर भी दर्द से काफी हद तक राहत पाई जा सकती है।