पित्ताशय में पथरी की समस्या से परेशान हैं तो अपनाएँ ये घरेलू उपाय, जल्द मिलेगी राहत
पित्ताशय में पथरी किसी भी उम्र में हो सकती है। यह बहुत पीड़ादायक बीमारी है। इससे आज के समय में अधिकतर लोग परेशान हैं। पित्ताशय में पथरी पित्त में कॉलेस्ट्रोल और विलरुविन की मात्रा बढ़ जानें की वजह से होता है। जब किसी व्यक्ति के पित्त में पथरी हो जाती है तो उसे भयानक दर्द का सामना करना पड़ता है। रोगी को खाना पचाने में भी मुशिकल का सामना करना पड़ता है। पेट में भारीपन होने की वजह से उसे कई बार उल्टी भी होती है।
पित्ताशय में होने वाली पथरी के शुरुआती लक्षणों के बारे में ज्यादातर लोगों को पता ही नहीं चल पाता है। जैसे ही डॉक्टर को पित्ताशय में पथरी होने की जानकारी मिलती है, वह तुरंत ऑपरेशन की सलाह देते हैं। यह एक तरह से ठीक भी होता है। कुछ लोग ऑपरेशन के नाम से डर जाते हैं और कुछ इसमें होने वाले खर्चे से। अगर आप पहले ऑपरेशन नहीं करवाना चाहते हैं तो कुछ घरेलू नुस्खों को अपनाकर देखें। शायद इसकी मदद से आपको पित्त की पथरी से निजात मिल जाये।
पित्ताशय की पथरी के इलाज के लिए अपनाएँ ये घरेलू उपाय:
सेब के रस में एक बड़ा चम्मच एप्पल साइडर विनेगर का मिलायें और इसे पीयें। ऐसा हर रोज दिन में दो बार करेंइसमें मौजूद मेलिक एसिड और विनेगर लीवर को पित्त में कॉलेस्ट्रोल बनाने से रोकता है। इसके सेवन से पथरी से होने वाला भयानक दर्द भी कम होता है।
पित्ताशय की पथरी को जड़ से दूर करने के लिए नाशपाती एक अच्छा उपाय है। इसमें पेक्टिन मौजूद होता है जो पित्त की पथरी को बाहर निकालने में मददगार होता है।
पित्ताशय की पथरी से छुटकारा पाने के लिए हर रोज गाजर, चुकंदर और खीरे का जूस पिएं। इससे आपके पित्त की थैली साफ़ और मजबूत भी होती है।
पुदीना में टेरपेन नमक तत्व पाया जाता है जो पित्त की पथरी को गलाने का काम करता है। पीत्ताशय की पथरी से पीड़ित लोग पुदीने की चाय का सेवन करें।
इसवगोल में घुलनशील फाइबर अधिक मात्रा में पाया जाता है, जो पित्त की पथरी के लिए आवश्यक है। फाइबर का अच्छा श्रोत होने की वजह से यह पित्त में कॉलेस्ट्रोल को नियंत्रित रखता है। यह पथरी होने से बचाता है। हर रात सोने से पहले इसवगोल की भूसी का सेवन पानी या दूध के साथ जरुर करें।
नीम्बू का रस कॉलेस्ट्रोल के रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद है। यह कॉलेस्ट्रोल इकठ्ठा होने से रोकता है। हर रोज चार नीम्बू का रस निकालकार खाली पेट पीयें। ऐसा एक सप्ताह लगातार करने पर ही पित्ताशय के पथरी से राहत मिल सकती है।
लाल वाली शिमला मिर्च में विटामिन सी बहुत ज्यादा पाया जाता है। वितानिम सी पथरी की समस्या को दूर करने के लिए फायदेमंद होता है। जो लोग पित्त की पथरी से पीड़ित हों, उन्हें शिमला मिर्च का सेवन जरुर करना चाहिए।
एक शोध से यह बात सामने आयी है कि वाइन का सेवन करने से भी पित्ताशय की पथरी से राहत मिलती है। रोजाना आधा गिलास वाइन का सेवन करने से पित्ताशय की पथरी को 40 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है।
सबूत अनाज में घुलने वाले फाइबर पाए जाते हैं। यह कॉलेस्ट्रोल और ट्राइग्लिसराइड के स्तर को कम करके पथरी बनने से रोकते हैं।