सिपाही ने अधिकारी के बेटे को पहले फ्लैट में बुलाया, उसे किस किया और फिर…
कभी शराब पीकर तो कभी रिश्वत के लिए हमेशा बदनाम रही यूपी पुलिस का एक और चेहरा सामने आया है। जिसके बाद खाकी में वे बदनुमा दाग लगे हैं जिसको छुटाना पुलिस को मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है। ऐसा नहीं है कि ये कोई पहली घटना है। लेकिन आए दिए ऐसी घटनाओं से ही दामन दागदार हो रहा है। अपराध रोके भले न रुके लेकिन इनके कारनामे नहीं रुकते है। ताजा मामला सामने आया है यूपी के गाजियाबाद से जहां पुलिस के एक सिपाही ने ऐसी हरकत की है, कि विभाग के अधिकारी और कर्मचारी सिर झुकाए घूम रहे हैं.. दरअसल यहां तैनात एक ट्रैफिक पुलिसवाले ने सरकारी विभाग में तैनात एक बड़े अधिकारी के बेटे के साथ अश्लील हरकत करने की कोशिश की।
बताया जाता है कि राजनगर एक्सटेंशन की एक सोसायटी में एक सरकारी विभाग के वरिष्ठ अधिकारी रहते हैं। इसी सोसायटी में ट्रैफिक पुलिस का हेड कांस्टेबल रविंद्र कुमार परिवार के साथ रहता है। वर्तमान में वो वसुंधरा थाना क्षेत्र में तैनात है और मूलरूप से मुजफ्फरनगर जिले का रहने वाला है।
बड़े अधिकारी का नाबालिग लड़का 29 दिसंबर को देर रात करीब 11 बजे एक जन्मदिन की पार्टी से लौट रहा था। तभी विभाग के सिपाही ने जिसका नाम रविंद्र कुमार बताया जाता है। उसने आवाज देकर बुलाया और बच्चे को बहाने से अपने फ्लैट तक ले गया। फ्लैट का दरवाजा बंद करके पहले उसके गाल पर किस किया और फिर जैसे ही लाइट बंद करने की कोशिश करने लगा तो बच्चे ने अचानक वहां से दौड़ लगा दी।
कांस्टेबल से चंगुल से भागे नाबालिग ने घर पहुंचकर परिजनों को बताया। जिसके बाद परिजनों ने इसकी शिकायत पुलिस से की। सिहानी गेट थाना पहुंचकर परिजनों ने सिपाही के खिलाफ पोक्सो एक्ट समेत कई गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई।
रिपोर्ट दर्ज करने के बाद सिहानी गेट थाना पुलिस ने आरोपी कांस्टेबल के घर छापा मारा तो पता चला की वो फरार हो गया है। कहा जा रहा है कि घटना के बाद आरोपी कांस्टेबल भी डर गया और फ्लैट से भाग गया। लेकिन पुलिस ने दूसरे दिन शाम को उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर सिपाही के खिलाफ पोक्सो एक्ट और बंधक बनाने समेत कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। वहीं एसएसपी हरिनारायण सिंह ने बताया की। आरोपी सिपाही जो की हेड कांस्टेबल है, उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। साथ ही विभागीय कार्रवाई करते हुए कानूनी प्रक्रिया के तहत उसके निलंबन आदि की कार्रवाई की भी करने की तैयारी की जा रही है।