जानिए कौन सी ऊँगली में कौन सा रत्न पहनने से बदलेगी आपकी किस्मत
हिन्दू धर्म के शास्त्रों के अनुसार व्यक्ति के व्यवहार और व्यक्तित्व में हो रहे बदलाव की जिम्मेदार उसकी राशि और गृह नक्षत्र रहते हैं. ऐसे में गृहों और नक्षत्रों की चाल बदलने से किसी भी व्यक्ति का अच्छा समय बुरे में और बुरा समय अच्छे में तब्दील हो सकता है. आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें की हिन्दू धर्म में कुंडली और राशियों की काफी मानयता है. ऐसे में अगर किसी व्यक्ति का समय बुरा चल रहा हो तो उसको कुंडली और राशी के हिसाब से रत्न पहनने की सलाह दी जाती है. भले दिखने में रत्न एक मामूली पत्थर दिखाई देते हैं. लेकिन, इनकी ताकत को समझ पाना सबके बस की बात नहीं है. हिन्दू धर्म के शास्त्रों में हर रत्न की अपनी ख़ास मानयता है. अगर अशुभ ग्रह से संबंधित रत्न धारण कर लिया जाए तो बुरे समय से छुटकारा मिल सकता है. आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि आपकी कौन सी ऊँगली के लिए कौन सा रत्न पहनना आपके लिए शुभ समय लाएगा. तो चलिए जानते हैं इस पूरी ख़बर को विस्तार से…
सूर्य के लिए
आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि जिन लोगों की कुंडली में सूर्य ग्रह को अशुभ माना जाता है, उन्हें रिंग फिंगर यानी अनामिका उंगली में माणिक्य रत्न धारण करना चाहिए. इसको पहनने के लिए सूर्योदय का समय आपके लिए सबसे उत्तम रहेगा. इसके इलावा रविवार का दिन इस रत्न को धारण करने के लिए सबसे शुभ माना जाता है.
चंद्रमा के लिए
सूर्य के इलावा जिन लोगों की कुंडली में चंद्रमा शुभ भूमिका निभा रहा हो, मोती को धारण करना चाहिए. आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि मोती रतन हाथ की छोटी उंगली में पहन सकते हैं. इसके अलावा हम आपको बता दें कि इस रत्न को धारण करने के लिए सोमवार की शाम का समय सबसे शुभ माना जाता है.
मंगल के लिए
हिंदू धर्म के शास्त्रों के अनुसार जिन लोगों की कुंडली में मंगल ग्रह अशुभ भूमिका निभा रहा है, उन्हें मूंगा रत्न पहनना चाहिए. इसके लिए भी आप रिंग फिंगर में मूंगा रत्न धारण कर सकते हैं. इस रत्न को धारण करने के लिए मंगलवार की शाम का समय सबसे शुभ माना जाता है.
बुध के लिए
जिन लोगों की कुंडली में बुध ग्रह अशुभ है, उनके लिए पन्ना रतन काफी अच्छा माना जाता है. इस रतन को आप बुधवार की दोपहर 12:00 बजे से लेकर 2:00 बजे के बीच कभी भी पहन सकते हैं. इसके इलावा हम आपको बता दें कि हाथ की छोटी उंगली में पन्ना रत्न पहनना सबसे शुभ माना जाता है.
गुरु यानि बृहस्पति के लिए
जिन लोगों की कुंडली में गुरु ग्रह को अशुभ माना जाता है उनके लिए पुखराज रत्न पहनना शुभ माना जाता है. इसके इलावा उन लोगों को गुरुवार की सुबह 10 से 12 बजे के बीच इंडेक्स फिंगर यानी तर्जनी उंगली में इसको पहनना अच्छा साबित हो सकता है.
शुक्र के लिए
जिनकी कुंडली में शुक्र अशुभ है उन्हें शुक्रवार की सुबह 10 से 12 बजे के बीच मध्यम यानी मिडिल फिंगर में हीरा पहनना चाहिए.
शनि के लिए
जिन लोगों की कुंडली में शनि देवता विराजमान है उन्हें नीलम रत्न पहनना चाहिए. नीलम शनि को शांत करने के काम आता है साथ ही मध्यम उंगली में आप शनिवार को नीलम धारण कर सकते हैं.
राहु केतु के लिए
शनिवार वाले दिन ही राहु-केतु के लिए मध्यम उंगली में गोमेद धारण करना शुभ माना जाता है.