कामकाज से नाराज किसानों ने लगाए ‘राहुल गांधी मुर्दाबाद’ के नारे, पढ़िये पूरी खबर
उत्तर प्रदेश: राहुल गांधी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार अपने संसदीय क्षेत्र गये, लेकिन यहां भी राहुल सिर्फ निराशा ही हाथ लगी। जी हां, अपने नये अंदाज में जहां एक तरफ राहुल को गुजरात और हिमाचल चुनाव में हार का सामना करना पड़ा तो वहीं दूसरी तरफ अमेठी से राहुल गांधी के लिए बुरी खबर सामने आ रही है। दरअसल, राहुल गांधी को अमेठी वालोंं से बहुत उम्मीद थी, लेकिन अब सिर्फ उम्मीद से ही काम नहीं चलने वाला है क्योंकि ये पब्लिक है सब जानती है।
बता दें कि अमेठी राहुल गांधी का गढ़ माना जाता है। कहा भी यही जाता है कि यहां से राहुल को हराना मुश्किल है। लेकिन जिस तरह से राहुल गांधी को विरोध का सामना करना पड़ा, उससे तो यही लगता है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में यहां से राहुल के लिए बुरी खबर आ सकती है। दरअसल, किसान राहुल गांधी से नाराज चल रहें है।
जब राहुल गांधी अमेठी पहुंचे तो वहां मौजूद किसानों के एक काफिले ने राहुल गांधी मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे। इसका तो यही मतलब निकलता है कि राहुल गांधी से उनका संसदीय क्षेत्र पूरी तरह से नाराज है। ऐसे में बड़ा सवाल यह खड़ा होता है कि क्या राहुल गांधी नाराज किसानों को मना पाएंगे या फिर इसका खामियाजा 2019 में भुगतने के लिए तैयार हैं?
अमेठी को लेकर बीजेपी भी राहुल पर करती रही है लगातार वार!
याद दिला दें कि गुजरात चुनाव के समय जब राहुल गुजरात में बीजेपी पर वार करते नजर आ रहे थे तो उसी समय अमेठी में स्मृति ईरानी समेत अमित शाह राहुल को अमेठी से घेर रहे थे। बीजेपी ने राहुल पर आरोप लगाया था कि विकास की बात करने वाले खुद के ही क्षेत्र में विकास नहीं कर पा रहे हैं। यही नहीं बीजेपी ने तो यह भी आरोप लगाया था कि राहुल गांधी चुनाव जीतने के बाद अमेठी को भूल जातें हैं।
क्या राहुल बचा पाएंगे अपनी लाज?
राहुल गांधी अमेठी बहुत ही कम जाते हैं, जिसकी वजह से वहां की जनता राहुल से खफा है। लेकिन अगर वक्त रहते हुए राहुल ने अमेठी की जनता को अपने कामकाज का विश्वास नहीं दिलाया तो राहुल गांधी के लिए 2019 के लोकसभा चुनाव में अपनी लाज भी बचा पाना मुश्किल हो जाएगा! याद दिला दें कि 2014 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने बीजेपी की मजबूत लीडर स्मृति ईरानी को हराया था।