टॉयलेट के अन्दर बुरी तरह चीख रही थी महिला, जब दरवाजा खोलकर देखा तो सामने आया होश उड़ाने वाला सच
सभी लोगों ने जीवन में कभी ना कभी ट्रेन की यात्रा तो की ही होगी। ट्रेन में यात्रा करने में बड़ा ही मजा आता है। जब ट्रेन हिलते-डुलते अपने रास्तों पर तेजी से बढती है तो एक अलग ही आभास होता है। लेकिन कई बार ट्रेन की इसी हिलने-डुलने की वजह से कुछ हादसे भी हो जाते हैं। कुछ हादसे तो इस कदर होते हैं कि समझ नहीं आता है कि उनके बारे में दुःख जाहिर किया जाये या हँसा जाये।
दरअसल आप तो जानते ही हैं कि ट्रेन की यात्रा लम्बी होती है। लोगों को तकलीफ ना हो इसलिए ट्रेन में भी टॉयलेट बने होते हैं। जब भी किसी को टॉयलेट जाना होता है तो वह बिना किसी झिझक के जा सकता है। लेकिन ट्रेन के टॉयलेट में जाते समय एक बात का ध्यान रखना होता है कि ट्रेन हिलते-डुलते चलती है तो कभी गलती से पैर फिसल भी सकते हैं और कोई बड़ा हादसा भी हो सकता है।
हाल ही में बुधवार के दिन अहमदाबाद से सुल्तानपुर जा रही एक नॉन स्टॉप एक्सप्रेस में यात्रा करने वाली एक महिला यात्री का पैर ट्रेन के टॉयलेट में फँस गया। जब इसके बारे में पता चला तो ट्रेन को शाहजहाँपुर स्टेशन पर रोककर बचाव अभियान शुरू किया गया। इस बचाव अभियान के दौरान महिला बुरी तरह घायल भी हो गयी। महिला के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए डॉक्टरों की एक टीम को भी महिला के साथ रवाना किया गया।
यह अजीबो-गरीब मामला अहमदाबाद-सुल्तानपुर नॉन स्टॉप एक्सप्रेस का है। कोच नंबर एस-6 में राजरानी नाम की एक महिला अपने पति और दो साल के बच्चे के साथ अहमदाबाद से अमेठी जा रही थी। बीच में एक बार बच्चे को टॉयलेट आयी और महिला उसे लेकर ट्रेन के टॉयलेट में गयी। अचानक महिला का पैर फिसलकर टॉयलेट के कमोड में जा फँसा। महिला बुरी तरह अन्दर ही चीख रही थी। पति ने बताया कि पत्नी की चीख सुनकर वह तुरंत वहाँ पहुँचा।
बाद में इस घटना के बारे में टीटीई को भी जानकारी दी गयी। अगले स्टेशन पर ट्रेन को रोका गया और रेलवे के कर्मचारियों ने मिलकर महिला का पैर टॉयलेट से निकालने का प्रयास किया। गैस कटर से पाइप को काटकर महिला के पैर को निकाला गया। स्टेशन अधीक्षक शिव अवस्थी ने बताया कि महिला का पैर ट्रेन के टॉयलेट में फँसने की सूचना मिली थी। 57 मिनट तक ट्रेन को रोका गया और पाइप को काटा गया। महिला के घायल होने की वजह से डॉक्टरों की एक टीम को भी महिला के साथ भेजना पड़ा।