अरबों रुपये हैं अमिताभ बच्चन के पास, लेकिन आज भी दाने-दाने को मोहताज है उनका ये परिवार
मुम्बई – अमिताभ बच्चन ने न सिर्फ देश में बल्कि विदेशों में भी अपना बहुत नाम कमाया है। बॉलीवुड के सुपरस्टार माने जाने वाले अमिताभ बच्चन ने जितनी शोहरत कमाई उतनी ही पैसा भी कमाया। यह अमिताभ बच्चन की मेहनत का ही नतीजा है कि बच्चन परिवार की गिनती देश के अरब अरबपतियों में होती है। 60 से ज्यादा की उम्र में भी अमिताभ बच्चन लगातार काम कर रहे हैं। करोड़ों रुपए के मालिक अमिताभ के परिवार के पास हर सुख सुविधा मौजूद हैं, लेकिन आज हम उनके परिवार के एक ऐसे सदस्य के बारे में बात कर रहे हैं जो पैसे-पैसे को मोहताज है।
इससे पहले कि हम उस परिवार की बात करें आपको बता दें कि बॉलीवुड के सुपरस्टार अमिताभ बच्चन की कुल संपत्ति 400 मिलियन डॉलर बताई गई है। अपने कैरियर में 180 से ज्यादा फिल्में करने वाले अमिताभ ने साल 1969 में अपने फिल्मी करियर की शुरुआत ‘सात हिंदुस्तानी’ से की थी। लेकिन, हम बात कर रहे हैं बच्चन परिवार से लिए अलग हुए एक ऐसे परिवार कि जो आज रोजी रोटी के लिए मोहताज है। शायद आपके दिमाग में ये बात आ रही होगी कि अमिताभ के परिवार में तो सभी करोड़पति हैं तो ऐसा कौन है। वैसे तो अमिताभ बच्चन के अपने सगे परिवार के बात करे तो ऐश्वर्या, अभिषेक और जया बच्चन सबके पास बहुत पैसा है।
अनूप रामचंद्र की परिवार
तो आपको बता दें कि हम बात कर रहे हैं अमिताभ बच्चन की सगी बुआ के बेटे अनूप रामचंद्र की। अनूप रामचंद्र से बच्चन परिवार का खास रिश्ता है। इसके बावजूद रामचन्द्र आज गरीबी में जीने के लिए मजबुर हैं। अनूप रामचंद्र का परिवार पहले थोड़ा पैसे वाला था, लेकिन वक्त की मार ने उन्हें पैसे पैसे का मोहताज कर दिया। अमिताभ और अनूप के बीच दूरी की मुख्य वजह एक जमीन को लेकर विवाद है।
जिसकी वजह से अमिताभ अनूप और उनके परिवार से दूर ही रहना पसंद करते हैं। अनूप ने अभिषेक बच्चन की शादी में शामिल न होने के पीछे कारण बताया था कि वो पैसों की तंगी कि वजह से नहीं आ सके थे। अनूप और उनकी पत्नी मृदुला अमिताभ बच्चन के कटघर स्थित मकान में रहते हैं। अनूप के मुताबिक, यह मकान पुश्तैनी है, जिसे लेकर अमिताभ और अनूप में कुछ विवाद है। हालांकि, अमिताभ ने अनूप के परिवार से दूरी क्यों बना रखी है इसका कारण स्पष्ट नहीं है। फिर भी कुछ लोग इसके पीछे अनूप की अमिताभ से मांग है कि उनके पुश्तैनी मकान को एक म्यूजियम बनाकर उसमें हरिवंश राय बचपन की यादें राखी जाए।