मुस्लिम शासक इसलिए करते आ रहे हैं भारत पर हमला, कारण जानकर दिल दहल जाएगा आपका
हमारा भारत देश जो कभी सोने की चिड़ियाँ कहलाता था इसपर सदियों से विदेशी आक्रमण होते रहे हैं. इन अगर हम अपने इतिहास के पिछले 1000 वर्षो की बात करें तो पता नही कितने क्रूर शासकों ने हमला किया और उनका मकसद सिर्फ धन लूटना ही नही रहा बल्कि यहां के निर्दोष जनता को मौत के घाट भी उतारा. यदि इसकी शुरुआत की बात करें तो सबसे पहले तैमूर लंग ने अपनी क्रूरता का प्रमाण दिया और सबको पता है कि तैमूर जैसा क्रूर मुस्लिम शासक कोई नही हुआ.
जब विदेशी मुसलमानों की नजर भारत पर पड़ी तो उनका मकसद यही था कि देश को लूटा जाए लेकिन 1100 ई० में इनका मन बदला और लूटने की बजाय भारत के हर रियासत पर शासन करने का मन बनाने लगे. इतने दुर्विचार होने के बाद भी वो अपने मंसूबो में सफल नही हो पाते थे लेकिन जब मुहम्मद गोरी के साथ होने वाले युद्ध मे पृथ्वीराज चौहान को छल पूर्वक हराया गया उनलोगों ने अपने पैर पसारने शुरू कर दिए. आज हम उन वजहों पर चर्चा करेंगे जिसके कारण मुस्लिम आक्रमणकारियों ने भारत की तरफ ही रुख किया…
इतिहास के पन्नो से पता चलता है कि मुस्लिम शासक सेक्स को लेकर अधिक हवसी होते थे और यही वजह थी कि उन्हें वैश्याओं के लिए सुंदर लड़कियों की तलाश होती थी. अकबर की शासन काल मे भी यह देखा गया की वो सप्ताह में कुछ दिन ही अपने महल से बाहर निकलता था वो भी वैश्या ढूंढने. आपको सुनकर हैरानी होगी कि उसके महल से निकलने से पहले ही नगर में यह घोषणा कर दी जाती थी कि सभी घर की महिलाएं व किशोरा राजा की यात्रा में सड़क पर नग्न होकर खड़ी रहे. अकबर उन लड़कियों में अपने पसंद की वैश्या ढूंढकर अपने महल ले जाता था और अगले सप्ताह तक नजर नही आता था.
भारत पर आक्रमण करने दूसरी सबसे बड़ी वजह थी भारत मे उपलब्ध प्राकृतिक संसाधन जो अन्य देशों से काफी ज्यादा है. आपको पता होगा कि अरबियन देशो में ज्यादातर हिस्से मरुस्थल हैं जहां ना ही ठीक से खेती होता है और ना ही पानी की सुविधा है लेकिन भारत मे इन चीजों की भरमार है. भारत मे दुनिया की तमाम चीज़े इस कदर मौजूद हैं कि हर मौसम का अलग तरह से मज़ा ले सकते हैं. भारत की भूमि पर इन सुविधाओं को पाएकर उनके मन मे लालच बढ़ने लगा और उन्होंने यहां शासन करने की ठान ली.
विदेशी मुसलमान इस देश की खुशियों से भी उखड़े रहते थे क्योंकि यहां की जनता सभी तरह से सम्पन्न थी. यहां हर व्यक्ति के लिए सोना-चांदी एक मामूली पदार्थ था लेकिन जब विदेशी लोगो ने यहां के खनिज संसाधन और खाद्य-पदार्थो पर नजर डाली तो उन्हें अपनी भूमि इसके सामने बेकार लगने लगी. बता दें कि भारत के मसालों की मांग पूरी दुनिया मे होती थी लेकिन यदि ये सभी चीजें उनके अधिकार में चला जाता है तो सारा मुनाफा प्रत्यक्ष रूप से उपलब्ध होता सलिये उन्होंने भारत को हर कोने से कब्जे में लेना शुरू कर दिया. इस तरह हमारे देश की प्राकृतिक सुविधाएं, उपलब्धियां यहां के मानव-संसाधन भी हमारी ओर आकर्षण की वजह बनी और विदेशी मुस्लिम अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए हमारा इस्तेमाल करने लगे.