भारतीय क्रिकेट टीम के लिए बुरी ख़बर, अब प्लेयर्स को इस चीज़ का खर्च खुद उठाना पड़ेगा
नई दिल्ली: जैसा कि हम सभी जानते हैं कि हाल ही में विराट कोहली और अनुष्का शर्मा की शादी के बाद वह हनीमून से वापस लौट चुके हैं. भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली और अनुष्का शर्मा की शादी पूरे देश के लिए एक सरप्राइज़ सिद्ध हुई थी. केवल इतना ही नहीं बल्कि यह शादी साल 2017 की सबसे बड़ी और अहम शादियों में से एक गिनी जा रही है. बहरहाल, अब विराट कोहली अनुष्का शर्मा को लेकर काफी सीरियस और जिम्मेदार बन चुके हैं. इन दिनों भारतीय क्रिकेट टीम दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर गई हुई है. दक्षिण अफ्रीका के इस दौरे पर विराट कोहली, रोहित शर्मा, भुवनेश्वर कुमार, मुरली विजय, अजिंक्य रहाणे और ऋद्धिमान साहा की बीवियां अनुष्का शर्मा, रितिका, नूपुर, निकिता, राधिका और रोमी भी शामिल है.
आपकी जानकारी के लिए आपको बता दें कि इंडियन क्रिकेट प्लेयर्स की पत्नियां और गर्लफ्रेंड अकसर उनके साथ स्टेडियम में उन्हें चीयर अप करने के लिए नजर आती है. हाल ही में दक्षिण अफ्रीका के दौरे में भी क्रिकेटर्स अपनी गर्लफ्रेंड और बीवियों के साथ दौरे पर गए हैं. ऐसे में bcci ने भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों की बीवियों को उनके साथ रहने के लिए केवल दो हफ्तों की ही अनुमति दी है. आपको बता दें कि न्यूलैंड्स में चल रहे पहले टेस्ट के बाद दो हफ्ते का समय खत्म हो रहा है. जिसके बाद बीसीसीआई ने एक बड़ा और अहम कदम उठाया है.
बीसीसीआई अपने फैसलों को लेकर काफी माना जाता है. लेकिन इस बार बीसीसीआई प्रशासन का लिया गया फैसला खिलाड़ियों की बैंड बजाने वाला है. दरअसल, एक इंटरव्यू के दौरान बीसीसीआई पर यह साफ जाहिर कर दिया है कि अब से वह खिलाड़ियों की पत्नियों और गर्लफ्रेंडस की जिम्मेदारी नहीं लेंगे. हालांकि प्रशासकों की समिति ने इस बारे में बीसीसीआई का भेजा यह प्रस्ताव बर्खास्त कर दिया है. आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि हाल ही में बीसीसीआई ने क्रिकेट प्रशासन समिति से मांग की थी कि खिलाड़ियों की पत्नियों और गर्लफ्रेंड के लिए एक अलग से मैनेजर नियुक्त किया जाए.
बीसीसीआई की इस मांग के बाद से ही उन्होंने खिलाड़ियों की पत्नी और गर्लफ्रेंड की ज़िम्मेदारी उठाने से साफ इंकार कर दिया है. इसके अलावा अगर बी सी सी आई कि इस मांग को विनोद राय मंजूरी दे देते तो लॉजिस्टिक्स मैनेजर को क्रिकेटरों की बीवियों और गर्लफ्रेंड्स का सारा ज़िम्मा उठाना पड़ता. मिली जानकारी के अनुसार बीसीसीआई के लॉजिस्टिक इंचार्ज मयंक पारीक का नाम सीओ ए के सामने रखा गया था.
परंतु सीओए ने बीसीसीआई बोर्ड को इस बात से साफ इनकार दिया है. सीओए की माने तो ऋषिकेश उपाध्याय भारतीय टीम के साथ पहले से ही मौजूद हैं. इसलिए उन्हें किसी भी लॉजिस्टिक्स इंचार्ज की जरूरत नहीं है. फिलहाल अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह प्रस्ताव बीसीसीआई और टीम प्रबंधन में किस जगह से निकाला गया था. लेकिन, अगर bcci की ये मांग पूरी हो जाती तो भारत के दिग्गज खिलाडियों को काफी नुक्सान सहना पड़ता.