साल 2018 में पड़ने वाले शुभ विवाह मुहूर्त, इन तिथियों में विवाह करने से बनेगा 7 जन्मों का बंधन
भारत में कई तरह के महत्वपूर्ण संस्कार हैं, इन्ही में से एक सबसे महत्वपूर्ण संस्कार विवाह संस्कार है। विवाह का समय हर लड़के और हर लड़की के जीवन में एक बार आता है। ऐसे में अगर यह समय ख़ास बन जाए तो बहुत अच्छा लगता है। हर लड़का या लड़की की यह चाहत होती है कि उसका विवाह खूब धूम-धाम से हो। इसके साथ ही विवाह के समय किसी प्रकार की दिक्कत ना हो, इसके लिए पहले ही विवाह का समय भी तय कर दिया जाता है।
भारत में विवाह का समय लग्न के हिसाब से तय किया जाता है। विवाह सर्वोत्तम मुहूर्त पर करने के लिए ही जोर दिया जाता है। पूरी तरह से छानबीन के बाद ही विवाह का समय और तिथि का फैसला किया जाता है। हिन्दू धर्म में पंडितों और ज्योतिषियों में भी विवाह की तिथि का चयन करते समय देखे जाने वाले तथ्यों और आधारों पर भिन्न मत है। इसलिए कई बातों जैसे वर-वधु की कुंडली, ग्रह-नक्षत्रों की चाल और काल को ध्यान में रखकर ही विवाह मुहूर्त का चयन किया जाता है।
विवाह की तिथि तय करने के लिए अन्य चीजों के साथ ही व्यावहारिकता का भी ध्यान रखना पड़ता है। इन सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए विद्वानों ने 2018 में पड़ने वाले कुछ उत्तम विवाह मुहूर्तों का निर्धारण किया है। मान्यता के अनुसार अगर विवाह उत्तम मुहूर्त में होता है तो पति-पत्नी के जीवन में कोई परेशानी नहीं आती है। साथ ही दोनों की जोड़ी जन्मों-जन्मों के लिए बन जाती है। हालांकि ऐसा है या नहीं, इसके बारे में कह पान अत्यंत मुश्किल है। ये रहीं 2018 की कुछ शुभ विवाह तिथियाँ।
2018 के शुभ विवाह मुहूर्त:
*- फ़रवरी: 24,
*- मार्च: 1, 5, 6, 8, 10, 12,
*- अप्रैल: 8, 19, 20, 24, 25, 27, 28, 29, 30,
*- मई: 1, 4, 6, 11, 12,
*- जून: 18, 21, 23, 25, 27, 28,
*- जुलाई: 5, 10, 11,
इन शुभ मुहूर्तों के बाद प्रबोधनी एकादशी के पश्चात् लगभग तीन महीने तक देवताओं के विश्राम का समय रहेगा। इस वजह से कोई भी शुभ कार्य नहीं किये जायेंगे। इसी वजह से अगस्त, सितम्बर और अक्टूबर में विवाह जैसे शुभ कार्यक्रम नहीं होंगे। दीपावली उत्सव के बाद नवम्बर महीने में फिर से शादियों का मौसम आएगा। देव उठावनी एकदशी सहित लगभग 11 शुभ मुहूर्त नवम्बर में और अगले महीने दिसंबर में 6 शुभ विवाह मुहूर्त पड़ रहे हैं। नवम्बर और दिसंबर में पड़ने वाले शुभ विवाह मुहूर्त इस प्रकार है।