शनिदेव की पूजा करते समय रखें इन बातों का ध्यान, तभी होगी मनचाहे फल की प्राप्ति
शनिदेव को सभी ग्रहों में सबसे कठोर और विरक्त माना जाता है। शनिदेव के बारे में कई तरह की गलत धारणाएं फैली हुई हैं। लोगों को लगता है कि शनिदेव हमेशा लोगों का अहित ही करते हैं, जबकि ऐसा कुछ भी नहीं है। इन्हें कर्म का देवता कहा जाता है। यह लोगों को उनके कर्मों के हिसाब से फल देते हैं। जो व्यक्ति जीवन में अच्छे कर्म करता है, शनिदेव उसके साथ कभी बुरा नहीं करते हैं और ना ही बुरा होने देते हैं।
जबकि इसके उलट जो व्यक्ति जीवन में पाप और बुरे कर्म करता है, उसे शनिदेव के प्रकोप से कोई नहीं बचा सकता है। एक बार शनिदेव की बुरी नजर किसी के ऊपर पड़ गयी तो समझ लीजिये उसका जीवन मुश्किल में पड़ गया। वहीँ जिसके ऊपर शनिदेव ने अपनी कृपा बना दी, उसका कोई भी अहित नहीं कर सकता है। इन्हें निष्पक्ष कार्यकर्ता माना जाता है, क्योंकि ये किसी का पक्ष नहीं लेते हैं। लोगों के अच्छे और बुरे कर्मों के हिसाब से ही यह उन्हें न्याय देते हैं।
शनिदेव की पूजा शनिवार के दिन की जाती है। शनिदेव की जो भी व्यक्ति पूजा करता है, उसे जीवन में किसी चीज की कमी नहीं होती है। जैसे हर देवताओं की पूजा के नियम होते हैं, वैसे ही शनिदेव की पूजा के भी कुछ नियम हैं। जो भी इन नियमों को अनदेखा करता है, शनिदेव उससे क्रुद्ध हो जाते हैं। इसलिए शनिदेव की पूजा करते समय कुछ बातों को ध्यान में रखना बहुत जरुरी होता है। भूलकर भी इनकी पूजा में ये गलतियाँ नहीं करनी चाहिए।
पूजा के समय रखें इस बात का ध्यान:
इस बात को कभी ना भूलें की शनिदेव को अपनी मूर्ति के समक्ष पूजा करना बिलकुल भी पसंद नहीं है। इसलिए शनिदेव की पूजा हर समय उसी मंदिर में करनी चाहिए, जिस मंदिर में उनकी मूर्ति की जगह शिला रखी हो। इसके साथ ही शनिदेव की आराधना उनके प्रतिक मानें जाने वाले शमी या पीपल के पेड़ की भी करनी चाहिए। शनिदेव की पूजा किसी अन्य दिनों में नहीं करनी चाहिए, उनकी पूजा सदैव शनिवार को ही करें।
शनिवार के दिन पीपल के पेड़ की जड़ में जल अर्पित करें। इसके साथ ही शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए पीपल के पेड़ के समक्ष सरसों के तेल का दीपक जलाएं। शनिदेव की पूजा करते समय अपने आचरण को अच्छा और शुद्ध रखना चाहिए। शनिवार के दिन शाम के समय किसी गरीब को भोजन कराने से शनिदेव की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
अगर आप भी शनिदेव की इस तरह से पूजा करते हैं तो उनका आशीर्वाद हमेशा आपके ऊपर बना रहता है। आपके जीवन के कभी कोई दुःख नहीं आता है और खुशियों की कभी कमी नहीं होती है।