चोर का ‘इमोशनल अत्याचार’ – एक मजबूर बाप हूं, लिखकर छोड़ गया चोरी की हुई बाइक
नई दिल्ली – आज हम आपको एक ऐसा चौंकाने वाला वाकया बताने जा रहे हैं जिसे जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे। यह वाकया है एक चोर के ‘इमोशनल अत्याचार’ का। हो सकता है आपने चोरी की कई घटनाएं देखा या सुनी हो, लेकिन यह घटना बाकी सभी घटनाओं से बिल्कुल अलग है। तो आइये आपको बताते हैं कि असली बात क्या है। ये बात तो हम सभी मानते हैं कि हमारे देश में चोरी की घटनाएं अक्सर होती ही रहती है। आजकल बाइक और मोबाइल की चोरी होना आम बात हो गई है।
लेकिन, क्या आपने कभी ये सोचा हो अगर कोई चोर आपसे कुछ चुराने के बाद आपको वह चीज फिर से वापस कर दे और कहे की आप उसके खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई न करें तो आपको कैसे लगेगा। ये मामला भी कुछ ऐसा ही है, जिसे जानकर किसी के लिए भी यकीन करना बहुत मुश्किल हो रहा है। ये घटना एक ऐसे चोर की है जो चोर तो है लेकिन एक सच्चा चोर है। आज हम आपको एक ऐसे ही चोर की कहानी बताने जा रहे हैं जिसने बाइक चोरी तो कि लेकिन 3 दिन बाद ही एक बेहद चैकाने वाला लेटर लिखकर बाइक वापस भी कर गया।
दरअसल, एक चोर ने बाइक चुराने के बाद तीसरे दिन बाइक को उसके मालिक को वापस कर दिया और उसने बाइक के साथ एक ऐसा लेटर लिखा जो इन दिनों सुर्खियों में है। मामला हरियाणा के फतेहाबाद का है, जहां के शमशान घाट के बाहर से बिते शुक्रवार को एक बाइक चोरी हो गई थी। बाइक के मालिक ने इस बारे में पुलिस में शिकायत भी दर्ज करा दी थी। लेकिन, बाइक चोरी के 3 दिन बाद वह चौंक गया जब उसने अपनी बाइक को वापस उसी जगह पर खड़ी देखा। बाइक के ऊपर एक लेटर चिपका मिला जिसपर बाइक ले जाने वाले व्यक्ति ने खुद को बाइक चोर ना बताते हुए एक मजबुर पिता बताया था।
लेटर में लिखा था – “आदरणीय भाई साहब, मैने आपकी बाइक चोरी की थी। अब मैं आपकी बाइक वापस कर रहा हूँ। मुझे बाइक की एक दिन की ही जरूरत थी। मैं फतेहाबाद का ही रहने वाला हूं और ये गंदा काम पहली बार ही किया। मेरी कोई मजबूरी थी, प्लीज मुझपर कोई कार्रवाई ना करो। मैं एक मजबूर बाप हूं। मैं जल्द ही बाइक की टंकी और इसके कागजात आपके घर आकर दे जाऊंगा। तभ मैं अपनी मजबूरी भी बताऊंगा।” यह घटना 29 दिसंबर के दिन फतेहाबाद की है।