जानिए पीरियड्स के दौरान लड़कियों को क्यों होते हैं पिंपल्स? छुटकारा पाने के लिए अपनाएं ये नुस्खे
महिलाओं को हर महीने आने वाले मासिक धर्म को हम पीरियड्स भी कहते हैं. 13-14 साल की उम्र पार करते-करते लड़कियों को पीरियड्स होने लगते हैं. पीरियड्स यानी माहवारी सही टाइम पर न आना कई लड़कियों में एक आम समस्या है. लेकिन कई महिलाएं इस वजह से तनाव में आ जाती हैं. यह ज़रूरी नहीं कि यह हमेशा समय पर आये. कई बार ये 1-2 दिन आगे पीछे भी हो जाती है जो कि बिल्कुल नार्मल है. समय और नियमित रूप से माहवारी का आना महिला की स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा होता है. पर कुछ महिलाओं को मासिक धर्म की अनियमितता यानी इर्रेगुलर पीरियड्स से भी गुज़रना पड़ता है. पीरियड्स का समय से बहुत पहले या लेट होना आपकी सेहत पर बुरा प्रभाव भी डाल सकता है.
इर्रेगुलर पीरियड्स की समस्या होने पर महिला को पेट में दर्द का भी बहुत ज़्यादा सामना करना पड़ता है और साथ ही गर्भाशय में भी दर्द का अनुभव होता है. अनियमित पीरियड्स को कभी भी अनदेखा नहीं करना चाहिए. अनदेखा करने पर आगे चलकर यह गंभीर समस्या का रूप ले सकती है.
बहुत सारी लड़कियों को पीरियड्स के दौरांन चेहरे पर पिंपल्स, कील और मुंहासे की समस्या भी हो जाती है. पीरियड्स के लेट होने पर भी यह समस्या देखने को मिलती है. दरअसल, पीरियड्स के दौरान शरीर में टेस्टोस्टेरोन और एस्ट्रोजन हॉर्मोन का लेवल बढ़ जाने से सिबेसियस ग्लैंड्स ज्यादा बनने लगती है जिस वजह से चेहरे पर कील और मुंहासे होने लगते हैं. लेकिन पिंपल्स, कील, मुंहासे की इस समस्या को घरेलू नुस्खों से कम या बिलकुल खत्म भी किया जा सकता है. कैसे? चलिए जानते हैं.
कील-मुंहासो से छुटकारा पाने के लिए अपनाएं ये तरीके
- यदि पीरियड्स के दौरान आपको भी पिंपल्स की समस्या होती है तो परेशान होने की ज़रुरत नहीं है. इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए आप ज्यादा से ज्यादा पानी का सेवन करें. ज्यादा पानी पीने से स्किन साफ़ रहती है और कील-मुंहासे की समस्या कम होती है.
- इस दौरान ऑयली फूड खाने से बचना चाहिए. सिर्फ ऑयली नहीं बल्कि फास्ट फूड से भी दूरी बना लेनी चाहिए. ये सभी चीज़ें स्किन को ऑयली बना देती हैं जिससे पिंपल्स की समस्या पैदा होती है.
- यदि आपके चेहरे पर कम पिंपल्स हैं तो उन पर कोई दवाई या केमिकल का इस्तेमाल न करें. यह चेहरे को और नुकसान पहुंचा सकते हैं. इसकी बजाय आप चेहरे को दिन में कम से कम तीन बार साफ़ पानी से धोएं.