अविवाहित लोगों को है हार्ट अटैक का खतरा, अभी से हो जाईये सावधान!
नई दिल्ली: इस संसार में जो भी मनुष्य जन्म लेता है, उसकी मृत्यु होना भी तय है. क्यूंकि, जीवन एक झूठ है और मौत एक सच्च है. इसलिए इस कडवे सच्च को ना चाहते हुए भी सबको मानना ही पड़ता है. आज तक इस दुनिया में कोई भी जिन्दा नही रहा है. भले हमारे भगवान ही क्यूँ ना हो, सबको एक ना एक दिन अपना शरीर त्यागना ही पड़ता है. ऐसे में इंसान मृत्यु से भागने के काफी प्रयास करता है फिर भी सफल नहीं हो पाता. इस दुनिया में अधिकतर लोगों की मृत्यु का कारण हार्ट अटैक है. हार्ट अटैक से मरने वालों की संख्या दिनों दिन बढती ही जा रही है.
साइंस द्वारा की गई एक रिसर्च में ये बात सामने आई है कि इस संसार में जो लोग अकेले हैं या कुंवारे हैं, उन्हें दिल का दौरा सबसे अधिक पड़ता है. यानी अविवाहित लोगों में हार्ट अटैक की संख्या काफी अधिक पाई जाती है. विज्ञानियों ने अविवाहित की तुलना जब शादीशुदा व्यक्ति से की, तो उसमे उन्हें पता चला कि अविवाहित लोगों में हार्ट अटैक होना आम बात है. इसका सबसे बड़ा कारण अविवाहित लोगों का अकेलापन है. अकेलेपन में इंसान काफी उदास रहता है और जिससे उसका दिल भी उसका साथ छोड़ जाता है.
यूएस की ईमोरी यूनिर्वसिटी के मेडिकल डिपार्टमेंट में प्रोफेसर, अर्शद कय्यूमी ने बताया कि उन्होंने अविवाहित और शादीशुदा लोगों पर रिसर्च की जिनके परिणाम जान कर वह चौंक गये. उन्होंने बताया कि अविवाहित लोगों में हार्ट अटैक से मौत की डर अधिक पाई जाती है. जबकि विवाहित लोगों के साथी उनकी देखभाल करने में उनके मददगार साबित होते हैं और वह लम्बे अरसे तक जीते हैं.
अमेरिका द्वारा की गयी इस रिसर्च में 63 साल के लोगों को शामिल किया गया. आपको ये जानकर हैरानी होगी कि ये रिसर्च उन्होंने तकरीबन 6,051 लोगों पर की थी. जिसमे उन्हें तलाकशुदा और अविवाहित लोग हार्ट अटैक से पीड़ित मिले. इस रिसर्च ने उनकी सोच को सच साबित कर दिया. अब इस बात को ठुकराना नामुमकिन हो गया. इस शोध ने ये साफ़ साबित कर दिया है कि जब इंसान अकेलेपन का शिकार होता है तो वह काफी उदास रहता है. जिसका सीधा असर उसके हृदय पर पड़ता है जो की अटैक के रूप में उनकी मृत्यु बन जाता है.
अमेरिका में की गयी इस रिसर्च को पूरा होने में लगभग चार साल लग गये. इस रिसर्च में उन्हें पता चला की अविवाहित लोग विवाहित लोगों की तुलना से 24 प्रतिशत ज्यादा मरते हैं. इसके इलावा इस शोध से ये बात सामने आई कि इस दुनिया में हर साल लगभग 100 में 44 प्रतिशत अविवाहित लोग हार्ट अटैक से मर रहे हैं.
डॉक्टर्स के अनुसार हर इंसान को एक साथी की जरूरत होती है. अपने पार्टनर के साथहम लोग अपना तमाम सुख दुःख शेयर कर सकते हैं और अपने अकेलेपन, थकान और तनाव को खुद से दूर रख सकते हैं. अगर आपकी लाइफ में तनाव अधिक है तो अभी से छोटी छोटी खुशियों को जीना शुरू कर दें.