पुलवामा में सीआरपीएफ कैम्प पर फिदायीन आतंकियों का हमला, हमले में एक जवान शहीद
जम्मू: एक तरफ भारत सरकार लगातार पाकिस्तान के शांति बनाए रखने का प्रयास कर रही है, वहीँ पाकिस्तान इस शांति को अशांति में बदलने से बाज नहीं आ रहा है। आये दिन पाकिस्तानी सेना और आतंकी मिलकर सीमा पर अशांति फैलाते रहते हैं। अभी कुछ दिनों पहले ही भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सैनिकों को सबक सिखाया था, लेकिन वह अब भी बाज नहीं आ रहे हैं। अभी जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ कैम्प पर आतंकियों ने हमला कर दिया है। इस हमले में एक जवान शहीद हो गया है।
सभी को पता है कि भारत पर हमला करने वाले इन आतंकियों को पाकिस्तान ही संरक्षण देने का काम करता है। पाकिस्तान को कई बार अमेरिका ने चेताया है कि आतंकवादियों को संरक्षण देना बंद कर दे, वरना अंजाम बुरा हो सकता है। इसके बाद भी पाकिस्तान कुछ सीखने को तैयार नहीं है। आपको बता दें यह घटना देर रात 2:10 पर हुई। इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद ने ली है। अभी भी मुठभेड़ जारी है।
जानकारी के अनुसार छुपे हुए आतंकियों की संख्या तीन बताई जा रही है। अभी भी रुक-रूककर फायरिंग हो रही है। सीआरपीएफ के जिस ट्रेनिंग सेंटर पर आतंकियों ने हमला किया है, वह चार मंजिला है। आतंकी चौथे माले पर हैं और वहीँ से फायरिंग कर रहे हैं। इस बिल्डिंग में सीआरपीएफ सेंटर का एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक है। यहीं पर कंट्रोल रूम भी स्थित है। सूत्रों से पता चला है कि जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पहले ही इस कैंप पर फिदायीन हमले की चेतावनी दे चुकी थी।
सूत्रों से पता चला है कि तीन आतंकी कैम्प में घुसे हुए हैं। आतंकियों को सुरक्षाबलों ने घेर लिया है। सीआरपीएफ कैम्प पर रात 2:10 पर हमला हुआ। कैम्प 185 बटालियन का मुख्यालय भी है। पहले आतंकियों ने कैम्प पर ग्रेनेड से हमला किया, उसके बाद लगातार फायरिंग शुरू कर दी। मीडिया को व्हाट्सएप मैसेज भेजकर जैश-ए-मुहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। संगठन का कहना है कि यह फिदायीन हमला उसके आतंकी कमांडर नूर त्राली की मौत का बदला है।