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भय से मुक्ति दिलाती हैं हनुमान जी की तस्वीरें, जानिए किस तस्वीर को लगाने से बदलेगा भाग्य

हनुमान जी को भक्तों का सबसे करीबी भगवान माना जाता है। हनुमान सबसे जल्दी फल देने वाले और विघ्नकारक माने जाते हैं। इसी लिए हिन्दू धर्म में हर देवी-देवता को विशिष्ट स्थान प्रदान किया गया है। परंतु हनुमान जी को सबसे अलग और प्रिय माना गया है। इसीलिए सभी अपने घर में हनुमान जी को जरूर पूजते हैं। उनकी तस्वीर हर घर में मिल जाती है।  यूं तो सभी के पास मानव जीवन की परेशानियों का हल है, लेकिन इनमें से कुछ ऐसे हैं जिन्हें सर्वबाधा हरने वाला माना जाता है। इसमें सबसे पहले हनुमान जी को ही माना जाता है। ऐसे में कष्टों से मुक्ति पाने या इनके कोप से बचने का मात्र एक ही उपाय मनुष्य के पास मौजूद है और वो है हनुमत आराधना। ऐसा माना जाता है कि हनुमान जी एकमात्र ऐसे ईश हैं जिनसे ये सभी दुष्ट ग्रह भयभीत रहते हैं। इनकी पूजा-अर्चना कर मनुष्य जीवन के दुखों से मुक्ति पा सकता है। हनुमान चालीसा, सुंदर कांड, हनुमानाष्टक, बजरंग बाण का नित्य दिन पाठ और मंगलवार के दिन हनुमान जी पूजा करने के लिए बने हैं। लेकिन इसके बावजूद कुछ बातें हैं जिनका ध्यान रखना आवश्यक है, जैसे हनुमान जी की पूजा के दौरान उनकी किस मूर्ति या तस्वीर के दर्शन करना कैसे फल प्रदान करता है।

अगर आप अपने दुर्भाग्य से मुक्ति पाना चाहते हैं तो आपको हनुमान जी की जिसमें वो प्रभु राम, लक्ष्मण और सीता माता के चरणों में बैठे हों। ऐसी तस्वीर जिसमें स्वयं पवनपुत्र भक्ति भाव में हों उसकी पूजा करने से वो जल्दी प्रसन्न होते हैं।

'हैरान हुए घरवाले माथे पर टीका देखकर , कहते थे- तुम मुस्लिम हो फिर मंदिर क्‍यों गई'

सफेद स्वरूप और रंगीन वस्त्रों में पवनपुत्र हनुमान जी की पूजा करने से नौकरी में प्रमोशन की संभावनाएं प्रबल हो जाती हैं,

हनुमान जी भक्ति भाव में लीन हैं, उसकी पूजा करने से आपको मानसिक शक्ति प्राप्त होती है साथ ही साथ आपकी एकाग्रता में भी वृद्धि होती है।

आपको वीर हनुमान की तस्वीर, जिसमें वो अपने साहस, पराक्रम और आत्मविश्वास से ओत-प्रोत दिखाई दें, की पूजा करनी चाहिए। ऐसा करने से आपके साहस में अत्याधिक वृद्धि होगी।

पवनपुत्र हनुमान, सूर्यदेव को अपना गुरु मानते हैं। जिस तस्वीर में वे अपने गुरु सूर्यदेव की आराधना कर रहे हों, उसकी पूजा करने से ज्ञान, गति, उन्नति और मान-सम्मान मिलता है।

देवी-देवताओं का स्थान उत्तर दिशा में मान गया है। ऐसी तस्वीर जिसमें हनुमान जी का मुख उत्तर दिशा की ओर है, उस तस्वीर को हनुमान जी की उत्तरमुखी तस्वीर कहते हैं। उनके इस स्वरूप की पूजा करने से घर में खुशहाली आती है।

दक्षिण दिशा को यमराज का घर माना गया है, जिस स्वरूप में हनुमान जी दक्षिण की ओर मुख करके बैठे हों, उस तस्वीर की पूजा करने से मृत्यु के भय से मुक्ति मिलती है।

हनुमान जी की पूजा करने के मामले में एक बात का ध्यान अवश्य रखना चाहिए कि हनुमान जी को बाल ब्रह्मचारी कहा गया है, विवाहित दंपत्ति को इनकी तस्वीर कभी बेडरूम में नहीं लगानी चाहिए, इनका स्थान मंदिर में ही होना चाहिए।

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