सेंटा के ड्रेस में स्कूल पहुँचे बच्चे, पर RSS कार्यकर्ता की बेटी की ड्रेस देख हर कोई रह गए दंग
नई दिल्ली – पूरी दुनिया में 25 दिसंबर को यीशू मसीह के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है। विशेषकर ईसाई समुदाय के लोग इस दिन को बहुत खास मानते हैं और उनकी मान्यता है कि इस दिन ईसा मसीह का जन्म हुआ था। लेकिन, वहीं कुछ लोग ये मानते हैं कि ईसा मसीह का जन्म अक्टूबर में हुआ था। वैसे तो यह त्यौहार ईसाई समुदाय का है लेकिन जैसा कि हमारे देश में होता आ रहा है सभी लोग इस त्यौहार को भी मनाते हैं। हमारे देश में हर धर्म का त्यौहार पूरे जोश और उत्साह के साथ मनाया जाता है और सभी समुदाय के लोग इन त्यौहारों को मिल जुलकर मनाते हैं।
25 दिसम्बर यानि आज ईसा मसीहा का जन्मदिवस है और इस दिन को क्रिसमस के रुप में जाना जाता है। आज देशभर में इस त्यौहार को लेकर लोगों में उत्साह है और लोग पार्टी मनाने की तैयारियाँ कर रहे हैं। देश में कई स्कूल, कॉलेज और ऑफिस में इस दिन छुट्टी है। लेकिन, सबसे सोचने वाली बात ये है कि इस दिन जहां सब लोग ईसाई समुदाय के इस त्यौहार को मनाने के लिए तरह तरह कि तैयारियाँ कर रहे हैं तो वहीं सूरत के एक स्वयंसेवक आशीष सूर्यवंशी ने एक ऐसा काम किया है जिससे सभी लोग चौंक गए हैं।
सुरत के रहने वाले आशीष सूर्यवंशी एक आरएसएस कार्यकर्ता हैं, उनकी बेटी अभी स्कुल में पढ़ती है। स्कुल की तरफ से क्रिसमस के त्यौहार के चलते सभी बच्चों के क्रिसमस यानि सेंटा का ड्रेस पहनकर आने के लिए कहा गया। लेकिन, इस आरएसएस कार्यकर्ता कि बेटी ने ऐसी ड्रेस पहनी की सभी लोग हैरान रह गए। आपको बता दें कि आशीष सूर्यवंशी एक आरएसएस कार्यकर्ता हैं और उनकी बेटी अभी स्कुल में पढ़ती है। दरअसल, आशीष ने एक नई मिसाल पेश करते हुए अपनी बच्ची को सेंटा के ड्रेस में नहीं बल्कि संघ का ड्रेस पहनाकर स्कुल भेजा।
आरएसएस के कार्यकर्ता आशीष सूर्यवंशी की यह सोच वाकई में सराहनिय है। आशीष ने अपनी बेटी कि कुछ तस्वीरें फेसबुक पर शेयर करते हुए लिखा – ‘मेरा वादा है। मेरे बच्चे जोकर नहीं राष्ट्रभक्त बनेंगे। मैंने आज अपनी बेटी को भारतीय संस्कृति का ड्रेस पहनाकर स्कूल भेजा। आप भी अपने बच्चों को सेंटा क्लोज की ड्रेस के बजाय आरएसएस की गणवेश पहनाएं।’ आशीष की इस सोच कि सोशल मीडिया पर काफी सराहना हो रही है। आशीष का यह कदम काफी बड़ा है और स्कुल के साथ साथ अन्य लोग भी उनकी काफी तारीफ कर रहे हैं।