22 साल की टीचर 14 साल के स्टूडेंट को दे बैठी दिल, उसके बाद किया ऐसा कांड जानकर यकीन नहीं होगा
प्यार अनेक भावनाओं का एक खूबसूरत मिश्रण होता है. जब इंसान प्यार में होता है तब उसे गलत-सही कुछ नज़र नहीं आता. प्यार के शुरुवात में हमें सिर्फ व्यक्ति की अच्छी बातें ही नज़र आती हैं. हर समय इंसान खुद को सातवें आसमान पर महसूस करता है. प्यार का रिश्ता इतना गहरा होता है कि बदले में उतना प्यार न मिलने पर हम दुखी हो जाते हैं. सिर्फ लड़के-लड़की के रिश्ते को ही प्यार का नाम देना गलत है. प्यार आप जानवर, दोस्त, मां-बाप या किसी और से भी कर सकते हैं. प्यार होने पर जिंदगी बदल जाती है. कहा जाता है कि प्यार दो दिलों का मिलन है. लेकिन आज कल के इस ज़माने में प्यार महज़ एक शब्द रह गया है. लोग प्यार के असली मतलब को जैसे भूल ही गए हैं.
आज के दौर में ‘प्यार अंधा होता है’ कहावत बिलकुल सच नज़र आती है. लोग प्यार में इस कदर अंधे हो जाते हैं कि उन्हें सही गलत में फर्क नज़र नहीं आता. प्यार होने पर जात-पात, अमीरी-गरीबी और उम्र कुछ नज़र नहीं आता. ऐसा ही एक मामला सामने आया है उत्तर प्रदेश के बरेली शहर का. 22 साल की महिला टीचर अपने ही एक छात्र से प्यार कर बैठती है. छात्र की उम्र महज़ 14 साल है.
सूत्रों के अनुसार, महिला स्कूल के मालिक की बेटी है. उसे अपने ही स्कूल में पढ़ने वाले एक लड़के से प्यार हो गया था. जिसके बाद वह 14 साल के प्रेमी को लेकर वहां से फरार हो गई. बताया जा रहा है कि लड़के ने भागते वक़्त अपने घर से 8 हज़ार रुपये कैश और कुछ ज़ेवरात भी चुराए हैं. इस घटना की जानकारी लगते ही दोनों के घरवालों ने एक-दूसरे के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई. लड़के के परिवार वालों ने महिला टीचर के चरित्र पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि टीचर का चरित्र ख़राब था तभी वह उनके 14 साल के बेटे को बहला-फुसला कर अपने साथ भगा ले गई.
वहीं, लड़की के पिता और स्कूल के मालिक की मानें तो यह पूरा षडयंत्र लड़के के घरवालों ने रचा है. पुलिस फिलहाल दोनों को ढूंढने में लगी हुई है पर अब तक दोनों का कुछ सुराग नहीं मिला है. अब असलियत क्या है, किसने किसको भगाया और असल में आरोपी कौन है, इस बात का खुलासा तो दोनों के मिलने के बाद ही होगा.