इस मंत्र के जाप से बदल जाएगा आपका जीवन, आपकी सोच-समझ का दुनिया मानेगी लोहा
मानसिक रुप से स्वस्थ और तेज होना आज की सबसे बड़ी जरुरत है.. हर मां बाप की भी ख्वाहिश होती है कि उनका बच्चा तेज दिमाग वाला हो और खुद भी लोग अपने दिमाग को हमेशा तेज रखना चाहते हैं। पर दुख की बात ये है कि आज की तनाव भरी जिन्दगी में मानसिक स्वास्थय पर काफी बुरा असर पड़ा है.. परिणाम स्वरूप दिमाग तेज होना तो दूर की बात है याददाश्त तक कमजोर पड़ रही है.. कई बार तो ऐसा होता है कि लोग खुद की रखी हुई चीज को याद नहीं रख पाते हैं.. घंटों के बाद हाथ से रखी हुई चीज के लिए भटकना पड़ता है। मजबूरी में थक हारकर लोगों को मनोवैज्ञानिक से लेकर डॉक्टरों तक से इलाज कराना पड़ता है.. जहां मेडिटेशन की सलाह भी दी जाती है। वहीं अगर ज्योतिष की माने तो अगर बुद्धि को कुशाग्र करने के मंत्र का जाप किया जाए तो आपके मानसिक क्षमता में सकारात्मक बदलाब आता है और आज हम आपको उसी नायाब मंत्र बताने जा रहे हैं जो आपके दिमाग को तेज की नहीं बहुत तेज कर देगा।
दिमाग तेज करने का मंत्र
बुद्धि को कुशाग्र और दिमाग में पैनापन लाने के लिए इस मंत्र को का जाप करें.. ‘आनीतांस्तव पूजार्थम् गृहाण परमेश्वर’। इस मंत्र के बारे में मान्यता है कि इसका जाप करने से आपका दिमाग तेजी से काम करने लगता है। इस मंत्र का जाप करना भी बेहद आसान है।
इसके साथ ही इस मंत्र का जाप करने की विधि भी बताई गई है। मंत्र का जाप करने की शुरुआत अगर बुधवार से की जाए तो इसे शुभ माना जाता है। ज्योतिषों की माने तो रोज शाम को इसका जाप करना चाहिए। जाप करते समय एक बात का जरूर ध्यान दें की मंत्र पढ़ते समय आपका जाप करते समय आपका मुख उत्तर दिशा की ओर हो। इस मंत्र का जाप रोजाना तीन बार और नियमित सात दिन तक करने से आपको इसका असर दिखाई देने लगेगा।
कार्य सिद्धि का मंत्र
वहीं अगर आपके प्रयासों के बावजूद भी किसी कार्य में अपेक्षित सफलता नही मिल रही है तो इसका समाधान भी ज्योतिष में बताया गया है और इसके लिए भी एक मंत्र के बारे में बताया गया है। इसके लिए आपको भावना मंत्र का जाप करना होता है जो इस प्रकार है.. ‘यादृशी भावना यस्य सिद्धिर्भवति तादृशी’। ज्योतिष की माने तो सच्चे मन से इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति को उसको कार्यों में सफलता अवश्य मिलती है।
खर्राटों को दूर करने का मंत्र
इसके साथ ही अगर आपका कोई साथी खर्राटों से परेशान है तो उसके लिए भी मंत्र बताया गया है। बुद्धि को कुशाग्र करने के अलावा खर्राटों की समस्या के लिए आप ‘ऊं कलशस्य मुखे विष्णुः कण्ठे रुद्रः समाश्रितः‘ मंत्र का जाप करना शुभ माना जाता है। ज्योतिषाचार्यों की मानें तो लगातर इस मंत्र का जाप करने से खर्राटे की समस्या दूर हो जाती है। हलांकि इन खर्राटों के इस मंत्र का जाप करने से पहले कुछ बातों का खास ख्याल रखना चाहिए। जैसे खर्राटों की समस्या से निपटने के लिए शाम के समय में उत्तर दिशा की तरफ मुंह करके सात दिनों तक लगातार तीन बार इस मंत्र का जाप करें। कुछ दिनों में आपको इसका असर दिखाई देने लगेगा।