Politics

आपको खड़े होने की जरूरत नही है, मैं अब राष्ट्रपति नही हूँ- जानिए ऐसा क्यों कहा प्रणव मुखर्जी ने?

कुछ ही महीने पहले हमारे देश मे राष्ट्रपति का चुनाव हुए जिसमे हमे महामहिम रामनाथ कोविंद जी राष्ट्रपति के रूप में मिले. इस पावन धरती पर कई ऐसे दिग्गज नेताओं के नाम आते हैं जो पद छोड़ने के बाद भी जनता के जुबान पर बसे रहते हैं. ऐसे ही एक नेता जो कि  राष्ट्रपति के पद को छोड़ने के बाद भी आज लोगों के बीच अपने सरल स्वभाव और साधारण व्यक्तित्व के कारण काफी मशहूर है. कांग्रेस के राज्यकाल में राष्ट्रपति बनने वाले प्रणब मुखर्जी सिर्फ काँग्रेस ही नही बल्कि बीजेपी के भी चहेते है. ठीक उसी प्रकार जैसे कि बीजेपी के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी ने सभी पार्टी के नेताओ की दिलो में अपने एक अमिट छाप छोड़ी. जिसके कारण आज भी वह लौह पुरुष के नाम से लोगों के बीच जाने जाते है. कुछ वक्त पहले देश के राष्ट्रपति पद से हटने वाले प्रणब मुखर्जी ने एक बार फिर से देश के लोगों को दिखा दिया कि वह आज भी वह उसी विनम्र स्वभाव के साथ लोगो से बात किया करते है जैसे कि वह राष्ट्राध्यक्ष होने के दौरान…

राष्ट्रपति देश के एक सर्वोच्च नागरिक होने के साथ साथ हमारे देश की रक्षा वाहिनी थल, जल और वायु सेना के भी सुप्रीम कमांडर भी होते है. अपनी देश की सुरक्षा और सहिष्णुता के मामलों पर हमेशा सख्त फैसले और सुझाब की वजह से प्रणब मुखर्जी लोगों के बीच जाने जाते थे. सारी दुनिया उनकी विद्वानता और उनकी हाज़िर जवाबी को लेकर उनके सामने नमस्तक होता था. लोगो के बीच जाकर काफी सरल शब्दों में उनके दुखो और भावनाओं को समझने के बाद उनके ऊपर बोलने वाले सज्जन पुरुष की कायल आज भी सारे लोग है. भारत के राष्ट्रपति रहते हुयेप्रनाब मुखर्जी ने कुछ ऐसे फैसले लिए जिसकी गुणगान आज भी लोग किया करते है. हाल में ही एक आयोजन के दौरान जब उन्हें बुलाया गया तो उन्होंनेअपने स्वभाव से वहाँ मौजूद लोगों का दिल जीत लिया.

मौका था हमारे देश के एक महान जज जस्टिस वी आर कृष्ण अय्यर की 102वीं जयंती का, एक महान व्यक्तित्व के जयंती के मौके पर जब उन्हें चीफ गेस्ट के तौर पर बुलाया गया तो उन्होंने हामी भर दी. तय समय पर कार्यक्रम स्थल पर पहुचने के बाद जयंती के उपलक्ष्य में अपने कुछ शब्द लोगो के सामने रख जब वह वापस सीट की ओर जाने लगे. तब वहाँ मौजूद सारे लोग उनके वापस सीट पर बैठने के दौरान ऑनर में खड़े हो गए. जिसके बाद पूर्व राष्ट्रपति ने उन सभी लोगो को बोला कुछ ऐसा.

जब सभी लोग खड़े होकर उनके बैठने का इंतज़ार कर रहे थे तभी प्रणब मुखर्जी ने सभी को संबोधित करते हुए विनम्रता पूर्वक कहा कि ‛आप लोग कृपया अपने सीट ग्रहण कर ले’ अब वह राष्ट्र के राष्ट्राध्यक्ष नही रह गए. जिसके बाद लोग उनकी तरफ एक रेस्पेक्ट के भाव से देखकर बैठ गए. यह हमें दिखाता है कि भले ही आज हमारे देश के राष्ट्रपति बदल गए हो पर उनके प्रति लोगो का प्रेम थोड़ा भी कम नही हुआ.

Back to top button