हज करते हुए नहीं छोड़ा तिरंगा, ऐसे है हमारे देश के सच्चे मुसलमान
मुसलमान का शाब्दिक अर्थ है मुसल्लम ईमान वाला इंसान अर्थात वह व्यक्ति जिसका ईमान साफ़ हो। आये दिन कई ऐसी खबरें मिलती रहती हैं, जो हिन्दूस्तान में और पूरी दुनिया में इस्लाम को बदनाम करती है। लेकिन वही कुछ ऐसे भी मुसलमान है जो सच्चे इस्लाम पर अमल करतें हैं ( Tricolour flag mecca Hajj )।
क़ुरान में जन्मभूमि को एक विशेष दर्ज़ा प्राप्त है। लोग कश्मीर में लालचौक पर झंडा फ़हराने की बात करते हैं। लेकिन इस सख्श ने तो मक्का में ही तिरंगा फहरा दिया।
खुदा की इबादत करने पहुंचे जीवनी मंडी निवासी उस्मान अब्बास ने बताया कि जज्बे के साथ उन्होंने यह कार्य किया। वे अपनी पत्नी परवनी अब्बास के साथ मक्का में उमरा करने गए थे। उन्होंने बताया कि तिरंगे के साथ उन्होंने देश में अमन और चैन की दुआ की।
उस्मान अब्बास ने कहा कि कश्मीर तो हमारा है और हमारे बाप का है। वहां तिरंगा फहराना कोई बड़ी बात नहीं है। उस्मान अब्बास 5 जून को रमजान के पाक महीने में आगरा से उमरा करने के लिए मक्का गए थे। उनके साथ उनकी पत्नी परवीन अब्बास भी थीं। मक्का पहुंचने पर उन्होंने तिरंगे के साथ अल्लाह से भारत की अखंडता और आपसी भाईचारा बना रहे, इसके लिए दुआ मांगी, वे अरब से ईद पर अपने देश लौटे।
जब उस्मान अब्बास से पूछा कि मक्का में आप तिरंगे के साथ पहुंचे और तिरंगे के साथ आपने फोटो भी खिचाएं तो आपका कोई विरोध नहीं हुआ। इस पर उस्मान अब्बास ने बताया कि, “अल्लाह के दरबार में कोई किसी का विरोध नहीं करता है। बस मन में सच्चाई होनी चाहिए।”
अब्बास ने बताया कि वे यह खबर देने के लिए भारत के स्वतंत्रता दिवस जैसे खास मौक़े का इन्तजार कर रहे थे।